औरंगाबाद। पहले मुसलमानों पर देशभर में जुल्म की मनगढ़ंत कहानी कहने के बाद अब ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी हनुमान चालीसा विवाद में भी कूदे हैं। ओवैसी ने शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने के सांसद नवनीत राणा के बयान को गलत बताया है। ओवैसी ने तर्क देते हुए कहा कि अगर मैं पीएम मोदी के घर के बाहर नमाज अदा करना चाहूं, तो ये अनुचित होगा। इसके साथ ही ओवैसी ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना MNS के सुप्रीमो राज ठाकरे पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज ठाकरे ने नफरत को संस्थागत बना दिया है और मुसलमानों को सामूहिक दंड दिया जा रहा है।
औरंगाबाद में एक जनसभा में ओवैसी ने कहा कि बीजेपी इस नफरत को संस्थागत बना रही है और राज ठाकरे इसे बढ़ावा दे रहे हैं। ओवैसी की ये टिप्पणी अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा पर आया। दोनों को उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का बयान देने के बाद गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल दोनों जेल में हैं और जमानत पर कोर्ट कल फैसला सुनाएगा। नवनीत और रवि पर देशद्रोह के आरोप पर ओवैसी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में देशद्रोह कानून पर सुनवाई होनी है और अदालत ही तय करेगी कि क्या ठीक है और क्या गलत है।
असदुद्दीन ओवैसी ने शिवसेना के सांसद संजय राउत पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संजय राउत को मुझे इस विवाद में नहीं घसीटना चाहिए था। उन्हें राज ठाकरे को भड़काने के लिए मुझे हिंदू ओवैसी कहने की जरूरत नहीं थी। ठाकरे परिवार का ये अंदरूनी मसला है और उन्हें ही इसका हल तलाशने की कोशिश करनी होगी।