newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

What is Saint Javelin: क्या है यूक्रेन की हिम्मत का प्रतीक बना सैंट जैवलिन, सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल

What is Saint Javelin: जैवलिन मिसाइलों को आर्मर्ड व्हीकल्स, टैंक और बंकरों को ध्वस्त करने में महारत हासिल है। ये मिसाइल अपने टारगेट को निशाना बनाने के लिए इंफ्रारेड तकनीक का इस्तेमाल करती हैं। इस मिसाइल को टैंकों के खिलाफ सबसे ज्यादा असरदार माना गया है।

नई दिल्ली। बीते चार दिनों से रूस और यूक्रेन के बीच भयानक युद्ध छिड़ा हुआ है।  गुरुवार सुबह से शुरू हुई इस जंग में रूस ने यूक्रेन में भारी तबाही मचाई है। रूस के सैनिक यूक्रेन की राजधानी कीव में घुस चुके हैं ऐसी लड़ाई के लिए यूक्रेन को उसके सहयोगी देशों से हथियार मिल रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ यूक्रेन के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि रूसी हमले में अब तक 198 आम लोगों की मौत हो चुकी है। यूक्रेन के ऐसे भयानक मंजर के बीच एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जो लोगों को हौसला दे रही है। इस तस्वीर में एंटी टैंक मिसाइल लांचर पकड़े हुए एक सेंट दिखाई दे रही हैं। यूक्रेन के लोग इस तस्वीर को जमकर पोस्ट कर रहे हैं साथ ही ये उम्मीद भी जता रहे हैं कि सेंट जैवलिन उनकी रक्षा करेंगे।

 युद्ध में हो रहा जैवलिन मिसाइल का इस्तेमाल

सेंट जेवलिन को लेकर लोगों के मन में उठ रहे ऐसे तमाम सवालों का जवाब आज हम आपको इस खबर में देने वाले हैं। यूक्रेन ने दावा करते हुए कहा है कि उनकी सेना ने रूस के कई टैंकों को नेस्तनाबूद कर दिया है।ऐसे में इस लड़ाई के बीच सेंट जैवलिन की ये तस्वीर यूक्रेन के प्रतिरोध और हिम्मत का एक चेहरा बन गई है। सेंट जैवलिन की फोटो इस युद्ध में यूक्रेन के प्रतिरोध का प्रतीक बन गई है और इसका कारण है उनके हाथों में दिख रही जैवलिन मिसाइल। असल में, 1980 के दशक के अंत में अमेरिकी रक्षा फर्मों द्वारा डिजाइन की गई जैवलिन मिसाइल का वजन लगभग 50 पाउंड है। इसे सैनिक कंधों पर रखकर फायर कर सकते हैं यानि इसके लिए किसी भी लांचर की जरूरत नहीं होती है। रूसी सैनिकों के चौतरफा हमले का मुकाबला करने के लिए यूक्रेनी रक्षा काफी हद तक इस मिसाइल पर निर्भर है।

क्या है सैंट जैवलिन

जैवलिन मिसाइलों को आर्मर्ड व्हीकल्स, टैंक और बंकरों को ध्वस्त करने में महारत हासिल है। ये मिसाइल अपने टारगेट को निशाना बनाने के लिए इंफ्रारेड तकनीक का इस्तेमाल करती हैं। इस मिसाइल को टैंकों के खिलाफ सबसे ज्यादा असरदार माना गया है। जैवलिन मिसाइल का इस्तेमाल बिल्डिंग और दुश्मन के अड्डों को ध्वस्त करने के लिए भी करते हैं। यूक्रेन ने पहली बार 2018 में 47 मिलियन डॉलर की सैन्य खरीद के रूप में अमेरिका से जैवलिन मिसाइल खरीदी थीं। वहीं संकट का प्रतीक बनने के साथ ही यूक्रेन का समर्थन करने के लिए पैसा इकट्ठा करने के मकसद से सैंट जैवलिन नाम से ही एक वेबसाइट शुरू की गई है।वेबसाइट आइकन के साथ कपड़े, झंडे और स्टिकर भी बेच रही है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच इस आइकन की तस्वीर सोशल मीडिया पर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रही है।