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Yogi Adityanath Roared : बजरंगबली की सीख देते हुए योगी आदित्यनाथ ने भरी हुंकार, कहा-जिन्ह मोहि मारा, ते मैं मारे

Yogi Adityanath Roared : यूपी सीएम योगी बोले, जो रामभक्त है, वही राष्ट्रभक्त भी बन सकता है। आज कोई जाति, कोई क्षेत्र और कोई भाषा के नाम पर बांट रहा है, इन बांटने वाले तत्वों में रावण और दुर्योधन का ही डीएनए काम कर रहा है। जो सुरक्षा में सेंध लगाएगा, वो राम नाम सत्य है की ओर चला जाएगा।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिवाली के अवसर पर लोगों को भगवान बजरंगबली जैसा बनने की सीख देते हुए रामायण के लंका दहन का वर्णन किया और कहा, जिन्ह मोहि मारा, ते मैं मारे। यूपी सीएम ने कहा कि सनातन धर्म और भारत एक दूसरे के पूरक हैं। सनातन धर्म मजबूत होगा तो भारत मजबूत होगा और अगर भारत मजबूत होगा तो सनातन धर्म मजबूत होगा। यदि उनमें से एक भी कमजोर हो गया, तो दोनों कमजोर हो जाएंगे।

योगी बोले, जब बजरंगबली लंका में अशोक वाटिका में फल खा रहे थे तो राक्षसों ने उनको पकड़कर मारने का प्रयास किया जवाब में बजरंगबली ने सबको पीट दिया उसमें कुछ मर भी गए। जब रावण ने इस बात की सजा देने के लिए उनकी पूछ में आग लगवा दी तो उन्होंने पूरी लंका को ही जला दिया। इसलिए हमें बजरंगबली जैसा बनना चाहिए, जो हमें सताए हमें उसका उसी तरीके से जवाब देना चाहिए। जो रामभक्त है, वही राष्ट्रभक्त भी बन सकता है।

यूपी सीएम ने कहा कि आज कोई जाति, कोई क्षेत्र और कोई भाषा के नाम पर बांट रहा है, इन बांटने वाले तत्वों में रावण और दुर्योधन का ही डीएनए काम कर रहा है। ये वही काम कर रहे हैं जो त्रेता युग में रावण ने किया था। बांटने वालों को अगर धोखे से भी मौका मिल गया तो फिर ये वही काम करेंगे, दंगा कराएंगे, अराजकता पैदा करेंगे, गरीबों की जमीनों पर कब्जा करेंगे। यही तो ये लोग 2017 के पहले प्रदेश में करते थे। लेकिन अब जो सुरक्षा में सेंध लगाएगा, वो राम नाम सत्य है की ओर चला जाएगा।

गोरखपुर के वनटांगिया गांव में 185 करोड़ लागत की 74 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करते हुए योगी बोले, मैं आप सभी को दिवाली की बधाई देता हूं। आपने कल अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम देखा होगा। आज हर टेलीविजन चैनल और हर अखबार में दीपोत्सव की खबरें छाई हुई हैं। इस दौरान योगी ने रामराज्य से तात्पर्य भी बताया। सीएम बोले, रामराज्य का मतलब है बिना भेदभाव के शासन की योजनाओं का लाभ समाज के हर तबके को प्राप्त होना।