रोहतक। हरियाणा विधानसभा के चुनाव 5 अक्टूबर को होने जा रहे हैं। इससे ठीक पहले कांग्रेस को एक जोर का झटका लगा है। हरियाणा की राई सीट से कांग्रेस के मौजूदा विधायक जय तीरथ दहिया ने पार्टी छोड़ दी है। जय तीरथ दहिया ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के टिकट बांटने में धांधली और पैसे लेने का आरोप लगाया है। जय तीरथ दहिया हरियाणा के पूर्व मंत्री चौधरी रिजक राम दहिया के बेटे हैं। वो साल 2014 और 2019 में कांग्रेस के टिकट पर राई सीट से विधायक चुने गए थे। इस बार कांग्रेस ने जय तीरथ दहिया को राई सीट से नहीं उतारा और जय भगवान अंतिल को टिकट दिया।
राई सीट से बीजेपी ने कृष्णा गहलावत को मैदान में उतारा है। यहां जय तीरथ दहिया के कांग्रेस पर आरोप लगाकर पार्टी छोड़ने से पार्टी को चुनाव में झटका भी लग सकता है। खास बात ये भी है कि जय तीरथ दहिया पूर्व सीएम और कांग्रेस के कद्दावर नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खास भी माने जाते हैं। जय तीरथ दहिया खुद ये बात कह चुके हैं कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा की वजह से ही वो राई विधानसभा सीट से विधायक चुने गए। सोनीपत में 30 साल तक जय तीरथ दहिया वकील के तौर पर काम करते रहे। जय तीरथ दहिया का आरोप है कि हरियाणा की राई सीट पर उनकी मजबूत दावेदारी थी और कांग्रेस ने टिकट न देकर अपमानित किया। जय तीरथ दहिया ने कहा कि अपमान की वजह से ही उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी।
इससे पहले बीजेपी ने दावा किया था कि कांग्रेस की सांसद कुमारी शैलजा भी नाराज हैं। दरअसल, बीते दिनों भूपेंद्र सिंह हुड्डा के किसी समर्थक ने शैलजा के लिए अपशब्द कहे थे। इसे दलितों का अपमान का मुद्दा बनाया गया है। बीजेपी की तरफ से पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने तो कुमारी शैलजा को अपनी पार्टी ज्वॉइन करने का ऑफर तक दिया था। हालांकि, शैलजा ने बयान जारी कर कहा कि जिस कांग्रेस पार्टी के झंडे में लिपटकर उनके पिता गए, उस पार्टी का साथ कतई नहीं छोड़ेंगी।