newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Who is Ritu Karidhal: कौन हैं ऋतु करिधाल जो संभाल रहीं चंद्रयान-3 की कमान, जानें रॉकेट वुमेन के बारे में सब कुछ

Who is Ritu Karidhal: महिला वैज्ञानिक ऋतु करिधाल मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली हैं। उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी की है और भौतिकी में M.sc की है। जिसके बाद उन्होंने भारतीय विज्ञान संस्थान में एडमिशन लिया।ऋतु की पहली नौकरी इसरो में 1997 में लगी..।

नई दिल्ली। आज का दिन भारत देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि आज दोपहर 2:35 बजे चंद्रयान-3 लॉन्च होने वाला है।  चंद्रयान-3 को हरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा। आज सारे देशों की निगाहें भारत देश पर टिकी हैं, क्योंकि इस प्रोजेक्ट को कोई पुरुष नहीं, बल्कि महिला लीड कर रही हैं। जी हां, स्पेस साइंटिस्ट ऋतु करिधाल श्रीवास्तव चंद्रयान-3 का लॉन्च प्रोजेक्ट देख रही हैं। तो चलिए जानते हैं कि ऋतु करिधाल कौन हैं।

ritu

कौन हैं ऋतु करिधाल

ऋतु करिधाल को रॉकेट वुमन के नाम से भी जाना जाता है। अंतरिक्ष की दुनिया में ऋतु करिधाल का बड़ा नाम है, वो कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर चुकी हैं। चंद्रयान-3 के प्रोजेक्ट में ऋतु बतौर डायरेक्टर काम कर रही हैं। सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी ऋतु के काम की तूती बोलती है। इससे पहले वो मंगलयान मिशन को सफलतापूर्वक पूरा कर चुकी हैं और अब चंद्रयान-3 का हिस्सा बनी हैं। मंगलयान मिशन में ऋतु मे बतौर डिप्टी ऑपरेशन डायरेक्टर काम किया था, हालांकि अब उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी गई हैं। इस बार वो चंद्रयान-3 में बतौर डायरेक्टर काम कर रही हैं। बता दें कि इस बार पिछली बार की तरह चंद्रयान-3 स्पेस को ऑर्बिटर में नहीं भेजा जाएगा..क्योंकि ये चंद्रमा की स्टडी नहीं करेगा, सिर्फ और सिर्फ कक्ष के चक्कर लगाएगा


पहले भी गाड़ चुकी हैं झंडे

महिला वैज्ञानिक ऋतु करिधाल मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली हैं। उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी की है और भौतिकी में M.sc की है। जिसके बाद उन्होंने भारतीय विज्ञान संस्थान में एडमिशन लिया।ऋतु की पहली नौकरी इसरो में 1997 में लगी..। जहां अपने कारनामों के चलते उन्हें साल 2007 में  यंग साइंटिस्ट के अवॉर्ड से नवाजा गया। इसके अलावा उन्हें डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम युवा वैज्ञानिक अवार्ड,एरोस्पेस महिला की उपाधि, जोकि सोसाइटी ऑफ इंडियन एयरोस्पेस टेक्नोलॉजी एंड इंडस्ट्रीज के जरिए दी गई है। उनकी उपलब्धियों को देखते हुए ही, उन्हें रॉकेट वुमेन की उपाधि दी गई है।