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When Will Elections Be Held In Maharashtra And Jharkhand? : हरियाणा और जम्मू कश्मीर के साथ ही क्यों नहीं हो रहे महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव? निर्वाचन आयोग ने बताया कारण

When Will Elections Be Held In Maharashtra And Jharkhand? : मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि एक बार में दो राज्यों में चुनाव कराने का निर्णय लिया गया है। जब हरियाणा और जम्मू कश्मीर में चुनाव हो जाएंगे उसके बाद महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव कराए जाएंगे।

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान तो गया, मगर महाराष्ट्र और झारखंड में भी इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं तो उस बारे में चुनाव आयोग ने घोषणा क्यों नहीं की, जबकि पिछली बार हरियाणा और महाराष्ट्र में एक साथ विधानसभा चुनाव हुए थे। इसका कारण बताते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा बार पिछली बार महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव एक साथ हुए थे क्यों कि उस समय जम्मू-कश्मीर कोई फैक्टर नहीं था, लेकिन इस बार जम्मू कश्मीर में भी चुनाव हो रहे हैं। इसलिए सुरक्षा बलों की आवश्यकता के आधार पर हमने दो राज्यों में एक साथ चुनाव कराने का फैसला किया है।

सीईसी ने कहा कि जब हरियाणा और जम्मू कश्मीर में चुनाव हो जाएंगे उसके बाद महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव कराए जाएंगे। चुनाव आयुक्त ने महाराष्ट्र के चुनाव में देरी के कुछ और कारण बताते हुए कहा कि महाराष्ट्र में भारी बारिश हुई और कई त्योहार भी आने वाले हैं, जैसे पितृ पक्ष, गणेश उत्सव, नवरात्रि, दिवाली जिसके चलते भी एक बार में दो राज्यों में चुनाव का निर्णय लिया गया है।

वहीं चुनाव के ऐलान के बाद जम्मू-कश्मीर के बीजेपी प्रभारी तरुण चुग ने कहा कि यह स्वागत योग्य कदम है। भाजपा चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करती है। प्रधानमंत्री मोदी के सशक्त नेतृत्व और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की दूरदर्शी सोच के कारण जम्मू-कश्मीर को अनुच्छेद 370 से मुक्ति मिली है। जम्मू-कश्मीर विकास की राह पर चल पड़ा है।

वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला का कहना है कि हम चुनाव आयोग से 24 घंटों में जम्मू-कश्मीर में हुए अधिकारियों के तबादलों की जांच करने की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 1-2 वर्षों में, कुछ नेताओं की सुरक्षा कम कर दी गई है और कुछ की सुरक्षा वापस ले ली गई है, हम ईसीआई से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हैं।

कांग्रेस नेता गुलाम अहमद मीर ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा पर कहा, देर आए दुरुस्त आए, इसका बहुत इंतजार था। मुझे लगता है कि लोकतंत्र के तौर पर जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए यह बहुत खुशी का दिन है। लोगों को अब एक अच्छी पार्टी, अच्छे लोगों को चुनने का मौका मिलेगा। पीडीपी प्रवक्ता वरिंदर सिंह सोनू ने जम्मू-कश्मीर चुनाव की तारीखों की घोषणा पर कहा कि पीडीपी चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ नाइंसाफी हुई है। दस साल बाद मुझे विधानसभा चुनाव में वोट डालने का हक मिलेगा।