नई दिल्ली।दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में देर रात दर्दनाक हादसा हो गया। हादसे का मंजर भी ऐसा कि देखने वाले की रूह कांप जाए। दरअसल शनिवार को एक बाजार में हैलोवीन पार्टी का आयोजन किया गया था जहां उम्मीद से ज्यादा लोग पहुंच और भीड़ में भगदड़ मच गई। इस भगदड़ कम से कम 120 लोगों की मौत और 100 लोग घायल हो गए। बताया जा रहा है कि अभी मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। इसमें हैरानी वाली बात ये है कि कम से कम 50 लोगों को हार्ट अटैक आया। सामने आई तस्वीरों में पुलिस लोगों की धड़कने वापस लाने की जद्दोजहद करती दिखी। हादसे का मंजर भयावह था। जिस हैलोवीन पार्टी की वजह से ये हादसा हुआ, आखिर वो पार्टी क्यों रखी जाती है? और हैलोवीन है क्या…। ये जानते हैं..
क्या है हैलोवीन
हैलोवीन ईसाई धर्म में मनाया जाने वाला त्योहार है। पहले इस त्योहार को तकरीबन 2000 वर्ष से पहले ‘आल सेट्स डे’ के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता था। मान्यता है कि इस दिन शैतानी आत्माएं धरती पर आती हैं और जीवित आत्माओं को परेशान करती हैं। इन शैतानी आत्माएं को वापस भेजने के लिए लोग शैतान और राक्षस जैसे डरावने कपड़े पहन इन्हें डराने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा आत्माओं को भगाने के लिए आग जलाकर उसमें जानवरों की हड्डियां फेंकी जाती हैं। ये त्योहार हर साल 1 नवंबर को सेलिब्रेट किया जाता है और उससे एक दिन पहने आल हेलोस ईव की शाम होती है जब लोग इस सेलिब्रेट करते हैं।
कैसे करते हैं सेलिब्रेट
मान्यता है कि हैलोवीन के दिन बुरी आत्माएं धरती पर उतरती हैं और लोगों को परेशान करती है। इसलिए लोग अपने घरों के बाहर खाना रखते हैं और आत्माओं को बुलाते हैं। इसके अलावा कद्दू की सहायता से घर को डरावने तरीके से सजाते हैं और उस डरावने कद्दू को अगले दिन दफनाते भी हैं। अमेरिका में कुछ लोग रोम की देवी की भी पूजा करते हैं जिन्हें भूत-प्रेत की देवी माना जाता है।