नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को इस्तीफा देने का बड़ा ऐलान किया है। इस घोषणा के बाद से राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। विपक्षी पार्टी बीजेपी के नेता लगातार इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इसी बीच, बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने केजरीवाल के इस्तीफे के पीछे की वजह पर बड़ा बयान दिया है।
बीजेपी नेता ने किया खुलासा: पत्नी सुनीता केजरीवाल का कनेक्शन
मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा देने के लिए दो दिन का समय इसलिए मांगा है ताकि वे अपने नेताओं को मनाकर अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनवा सकें। सिरसा के अनुसार, केजरीवाल चाहते हैं कि जल्दी चुनाव करवा कर पार्टी के विधायकों को फिर से चुने जाने में मदद करें। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल पार्टी के सभी विधायकों से बातचीत कर उन्हें सुनीता को मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार करने के लिए मना रहे हैं।
Arvind Kejriwal’s so-called offer to resign as CM is no act of sacrifice; it’s yet another political stunt. Despite securing bail, the courts have made it clear that he can’t continue wielding power as Chief Minister, tarnished by his alleged involvement in the liquor scam.
This… pic.twitter.com/y5jLOV80UG
— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) September 15, 2024
सुनीता केजरीवाल की राजनीति में एंट्री
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने राजनीतिक मंच पर सक्रिय रूप से कदम रखा। सुनीता केजरीवाल एक पूर्व IRS अधिकारी हैं और अब तक राजनीति से दूर रही थीं। हालांकि, पति की गिरफ्तारी के बाद उन्होंने पार्टी की कमान संभालते हुए कई महत्वपूर्ण रैलियों और सभाओं को संबोधित किया। सुनीता पहली बार तब राजनीति में सामने आईं जब उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरविंद केजरीवाल का संदेश जनता तक पहुंचाया।
रांची रैली से मिली पहचान
सुनीता केजरीवाल ने अपनी पहली राजनीतिक रैली 21 अप्रैल को रांची में की, जहां उन्होंने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला किया। यह रैली ‘इंडिया गठबंधन’ के समर्थन में थी, और यहां से सुनीता ने राजनीति में एक अहम भूमिका निभानी शुरू की। रैली के दौरान उन्होंने न केवल केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना की, बल्कि अपने पति के समर्थन में आक्रामक रूख भी दिखाया।
पहला रोड शो और लोकसभा चुनाव में सक्रियता
लोकसभा चुनाव के दौरान जब अरविंद केजरीवाल जेल में थे, तब सुनीता केजरीवाल ने मोर्चा संभाला। 27 अप्रैल को उन्होंने अपने पहले रोड शो में हिस्सा लिया, जहां वे ‘आप’ उम्मीदवार कुलदीप कुमार के समर्थन में उतरीं। इस रोड शो में उन्होंने जोर देकर कहा था, “जिसका आदमी जेल में हो, उसको तो बाहर आना ही पड़ेगा।” उनके भाषण ने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों में नई ऊर्जा भर दी थी।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी सक्रिय
हाल ही में, सुनीता केजरीवाल ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी पार्टी की ओर से मोर्चा संभाला। उन्होंने भिवानी में महिलाओं को संबोधित करते हुए अपनी पार्टी की पांच गारंटी का ऐलान किया। सुनीता ने इस दौरान बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “मोदी जी आपके बेटे से डरते हैं।”