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Udhayandihi Stalin Remarks: ‘क्यों माफी मांगेंगे..राहुल गांधी के जो चेले हैं’, निशिकांत ने साधा उदयनिधि पर निशाना

Udhayandihi Stalin Remarks: इसके अलावा इस प्रकरण पर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने भी प्रेसवार्ता की। जिसमें उन्होंने उदयनिधि द्वारा सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी को लेकर नाराजगी जाहिर की और इसके अलावा राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, नीतीश कुमार और ममता बनर्जी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं, जिसे लेकर अब राजनीति तेज हो चुकी है।

नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना जैसी बीमारियों से करके आखिर किसे खुश करने की कोशिश की है? यह तो फिलहाल वही बता पाएंगे, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि उनके इस बयान से राजनीतिक माहौल गरमा गया है। बीजेपी इंडिया गठबंधन पर हमलावर हो चुकी है। बीजेपी ने इसे कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति बताकर राहुल गांधी से लेकर अरविंद केजरीवाल तक की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। हालांकि, कांग्रेस महासचिव वेणुगोपाल ने यह कहकर राजनीतिक विवाद को शांत करने की कोशिश की है कि हमारी पार्टी सर्व धर्म समभाव पर चलने वाली पार्टी है। हम हर धर्म को सम्मान देते हैं, लेकिन अब उदयनिधि के बाद मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे ने अपने बयान से बीजेपी को कांग्रेस पर हमलावर होने का मौका दे दिया।

दरअसल, प्रियांक खरगे ने अपने बयान में कहा कि “कोई भी धर्म जो समानता को बढ़ावा नहीं देता है या यह सुनिश्चित नहीं करता है कि आपको इंसान होने का सम्मान मिले, वह मेरे अनुसार धर्म नहीं है…कोई भी धर्म जो समान अधिकार नहीं देता है या आपके साथ इंसानों जैसा व्यवहार नहीं करता है वह बीमारी के समान है।” उधर, प्रियांक खरगे के इस वक्तव्य को उदयनिधि के बयान के समर्थन करने के रूप में देखा जा रहा है, जिसे लेकर अब बीजेपी भी हमलावर हो चुकी है।

उधर, उदयनिधि से अपने बयान को लेकर माफी मांगने की बात कही गई, तो उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि मैं अपने बयान पर कायम हूं। मैं माफी नहीं मांगूगा। मैंने कुछ गलत नहीं कहा है, जिस पर अब बीजेपी नेता निशिकांत दुबे का प्रतिक्रियात्मक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि आखिर उदयनिधि क्यों माफी मांगेंगे। वो तो राहुल गांधी के चेले हैं। भला वो क्यों माफी मांगेंगे। वो राजा हैं, लेकिन अब देश के 130 करोड़ लोगों ने इस बात को समझ लिया है, जिसका जवाब इन लोगों को आगामी लोकसभा चुनाव में मिल जाएगा। निशिकांत दुबे ने कहा कि इंडिया गठबंधन को उदयनिधि के बयान को लेकर अपना मत स्पष्ट करना चाहिए, लेकिन अभी तक कोई भी स्पष्टीकरण बयान सामने नहीं आया है।

उधर, बीजेपी नेता मनोज तिवारी उदयनिधि के बयान पर सीएम केजरीवाल की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। तिवारी ने कहा कि उदयनिधि को बयान दिए दो दिन हो गए, लेकिन अभी तक उनकी तरफ से कोई आलोचनात्मक टिप्पणी सामने नहीं आई है। यह अपने आप में हतप्रभ करने वाला है, जिसे लेकर भी अब राजनीति तेज हो चुकी है। इसके अलावा इस प्रकरण पर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने भी प्रेसवार्ता की। जिसमें उन्होंने उदयनिधि द्वारा सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी को लेकर नाराजगी जाहिर की और इसके अलावा राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, नीतीश कुमार और ममता बनर्जी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं, जिसे लेकर अब राजनीति तेज हो चुकी है।

बहरहाल, अब यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने भी उदयनिधि के बयान को लेकर इंडिया गठबंधन पर निशाना साधा है, जिसमें उन्होंने कहा कि I-N-D-I गठबंधन के सदस्य उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म और 80% भारतीयों के खिलाफ नफरत भरे भाषण को 24 घंटे से अधिक समय हो गया है। लेकिन, “जनेऊधारी” राहुल गांधी चुप। ममता बनर्जी चुप। उद्धव ठाकरे चुप। शरद पवार चुप। नीतीश कुमार चुप। तेजस्वी यादव चुप। उधर, अब यह पूरा मामला उत्तर बनाम दक्षिण की राजनीति में तब्दील हो चुका है।

दक्षिणी संभाग में जहां उदयनिधि के बयान का समर्थन किया जा रहा है, तो वहीं उत्तर में इसका विरोध किया जा रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी अब इसे एक बड़े मुद्दे के रूप में तब्दील करने में जुट चुकी है। बीते दिनों इसी कड़ी में राजस्थान में चुनाव प्रचार को संबोधित करने के क्रम में अमित शाह ने स्टालिन के बयान को लेकर इंडिया गठबंधन को आड़े हाथों लिया है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर मोहब्बत की दुकान में ये नफरत का सामान कहां से आ गया?