
नई दिल्ली। अब से चंद घंटे बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट संसद में पेश करेंगी। मोदी सरकार के लिहाज से इस बार का बजट बहुत अहम है। वजह हैं चुनाव। इस साल 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके बाद अगले साल यानी 2024 में लोकसभा चुनाव हैं। ऐसे में निर्मला सीतारमण बजट के सहारे बीजेपी के लिए वोट जुटाने का मास्टरकार्ड आज खेल सकती हैं। वो उन सभी चीजों के रेट को लोकलुभावन बना सकती हैं, जिनका आम आदमी से रोजमर्रा का नाता है। सबकी नजर इसी पर है कि इस तरह की कौन सी लोकलुभावन घोषणाएं वित्त मंत्री सीतारमण करती हैं।
नौकरीपेशा वर्ग के लिए इनकम टैक्स अहम है। वहीं, कारोबारियों के लिए जीएसटी महत्वपूर्ण है। इनकम टैक्स पर तो सीतारमण का ध्यान रहेगा ही, लेकिन चुनावी साल में महंगाई को काबू से बाहर न जाने देना उनकी प्राथमिकता होगी। ऐसे में महंगाई को सबसे ज्यादा प्रभावित करने यानी बढ़ाने और घटाने वाले पेट्रोल-डीजल की कीमत में वो कमी कर सकती हैं। इसके लिए सीतारमण बजट में एक्साइज ड्यूटी घटाने का एलान कर सकती हैं। मोदी सरकार इससे पहले 4 नवंबर 2021 और 22 मई 2022 को पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने का काम कर चुकी है। दोनों बार मिलाकर सरकार ने पेट्रोल पर 13 और डीजल पर 18 रुपए की राहत जनता को दी थी। फिलहाल कच्चे तेल के दाम 86 डॉलर प्रति बैरल हैं। इस वजह से वित्त मंत्री एक्साइज ड्यूटी घटाकर एक बार फिर चुनावी साल में राहत दे सकती हैं।
इसके अलावा चुनाव को ध्यान में रखते हुए किसान सम्मान निधि में बढ़ोतरी की संभावना है। खाद पर सब्सिडी भी जारी रहने की पूरी उम्मीद है। आम आदमी का ख्याल करते हुए सरिया और सीमेंट जैसी चीजों की कीमतों को भी कम करने की कोशिश वित्त मंत्री कर सकती हैं। इसके अलावा साफ पानी, सफाई, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए भी मद में बढ़ोतरी की आज निर्मला सीतारमण के बजट में उम्मीद है। रेलवे की ज्यादा वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेनें देने का एलान हो सकता है। इसके अलावा सबसे अहम फैसला ये भी हो सकता है कि आयुष्मान भारत इलाज योजना को कुछ बदलावों के साथ मध्यमवर्ग के लिए भी शुरू किया जाए।