लखनऊ। कांग्रेस समेत 20 विपक्षी दल नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार कर रहे हैं। इन दलों का कहना है कि राष्ट्रपति से नए संसद भवन का उद्घाटन कराना चाहिए और ऐसा न करके मोदी सरकार देश के सबसे बड़े संवैधानिक पद का अपमान कर रही है। अब कांग्रेस के भीतर से ही संसद भवन के उद्घाटन के बहिष्कार के खिलाफ आवाज उठी है। ये आवाज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के करीबी माने जाने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम ने उठाई है। प्रमोद कृष्णम ने सभी विपक्षी दलों से अपील भी की है कि वे नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार के अपने फैसले पर फिर से विचार करें।
मीडिया से बात करते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने वाले दलों पर ही सवाल खड़ा किया है। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि अगर भारत के नए संसद भवन का उद्घाटन यहां के पीएम नहीं करेंगे, तो क्या पाकिस्तान के पीएम करेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि हमें पीएम मोदी का विरोध करने का हक है, लेकिन देश का विरोध करना ठीक नहीं है। आचार्य प्रमोद इससे पहले भी कांग्रेस और विपक्षी दलों के तमाम कदमों का विरोध खुलेआम कर चुके हैं। यहां तक कि एक बार कांग्रेस के मीडिया प्रमुख और सांसद जयराम रमेश और उनके बीच ऐसे ही एक मामले में ट्विटर पर बयानों की जंग तक हो गई थी। सुनिए, संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के खिलाफ वो अब क्या बोले हैं।
#WATCH | If the Parliament of India will not be inaugurated by the PM of India, will it be inaugurated by the PM of Pakistan? We have the right to oppose Modi but it is not right to oppose the country. I appeal to the opposition to reconsider its decision: Acharya Pramod on… pic.twitter.com/h7VWk0oPoK
— ANI (@ANI) May 24, 2023
कांग्रेस के अलावा नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने वाले दलों में डीएमके, आम आदमी पार्टी, उद्धव ठाकरे गुट, सपा, सीपीआई, सीपीएम, झारखंड मुक्ति मोर्चा, केरल कांग्रेस (मणि), वीसीके, आरएलडी, टीएमसी, जेडीयू, एनसीपी, आरजेडी, आईयूएमएल, आरएसपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, एमडीएमके और एआईएमआईएम हैं। वहीं, बीजेपी, शिवसेना, एनपीपी, एनडीपीपी, सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, अपना दल, आरपीआई, तमिल मानिला कांग्रेस, अन्ना द्रमुक, आजसू, एमएनपी, वाईएसआरसीपी, टीडीपी, बीजेडी और शिरोमणि अकाली दल नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। इनमें से टीडीपी, अकाली दल, बीजेडी और वाईएसआरसीपी भी बीजेपी और एनडीए विरोधी हैं।