
नई दिल्ली। क्या बीएसपी सुप्रीमो मायावती अब धीरे-धीरे पार्टी पर अपनी पकड़ छोड़ रही हैं? क्या अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के बाद मायावती अपने भतीजे आकाश आनंद को बीएसपी की कमान सौंप देंगी? ये दो अटकलें मंगलवार से लग रही हैं। वजह ये है कि मायावती ने भतीजे और बीएसपी के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद को राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनावों की जिम्मेदारी सौंपी है। इन चारों राज्यों में इसी साल विधानसभा चुनाव हैं और आकाश आनंद के लिए यहां बीएसपी को जीत दिलाने की बड़ी जिम्मेदारी है। आकाश आनंद ने चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीएसपी सुप्रीमो की तरफ से मिली जिम्मेदारी पर आभार भी जताया।
आदरणीय @mayawati जी और @bspindia का मुझे राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मध्य प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव की महत्त्वपूर्ण ज़िम्मेदारी सौंपने का मैं आभार व्यक्त करता हूँ। जैसा कि आदरणीय @mayawati जी ने कहा है, हम दलितों, आदिवासियों तथा अन्य पिछड़े वर्गों का हर स्तर पर हो रहे…
— Akash Anand (@AnandAkash_BSP) June 13, 2023
आकाश आनंद ने ट्वीट कर कहा कि मायावती जी ने कहा है कि हम दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछड़े वर्गों का हर स्तर पर हो रहे शोषण, गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों पर आने वाले विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। आकाश आनंद ने कहा कि उनका कर्तव्य बहुजन मिशन और आंदोलन भी है। मायावती के भतीजे ने कहा है कि जिस भरोसे के साथ उनको जिम्मेदारी दी गई है, वो बीएसपी के शीर्ष नेतृत्व और सभी कार्यकर्ताओं के भरोसे को कायम रखेंगे। आकाश आनंद को साल 2019 में सबसे पहले मायावती के साथ मंच शेयर करते देखा गया था। उसके बाद ही उनको बीएसपी सुप्रीमो लगातार बड़ी जिम्मेदारियां दे रही हैं।
आकाश आनंद को 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीएसपी को जिताने की जिम्मेदारी देने के साथ ही मायावती ने कांग्रेस और बीजेपी पर हमला भी बोला है। मायावती ने कहा है कि कांग्रेस और बीजेपी में होड़ लगी है कि कौन बड़ा हिंदुत्ववादी है। उन्होंने बयान में कहा कि कुछ समय से बीजेपी और कांग्रेस में हिंदू भक्त दिखाने की जंग चल रही है। मायावती ने तंज कसते हुए कहा कि दोनों इसी वजह से पूजा-पाठ में खुद को माहिर दिखा रहे हैं। साफ है कि बाकी धर्मों की उपेक्षा दोनों ही कर रहे हैं। मायावती ने इसे संविधान की मंशा के खिलाफ भी बताया है। उत्तराखंड में अवैध मजारों को तोड़े जाने पर मायावती ने कहा कि ऐसा करना सही नहीं है। सरकार को ध्यान देने की जरूरत है और बीएसपी हर धर्म का सम्मान करती है।