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Amit Shah Bluntly Scolds Infiltrators In Jharkhand : ऐसा कानून लाएंगे, इंसान तो क्या परिंदा भी…झारखंड में घुसपैठियों को अमित शाह की दो टूक

Amit Shah Bluntly Scolds Infiltrators In Jharkhand : गृहमंत्री ने लोगों से कहा, हम पर भरोसा करना क्योंकि हम जो बोलते हैं वो करते हैं। मैं वादा करता हूं जितने भी घुसपैठिए झारखंड में घुसे हैं उनको चुन-चुनकर सरहद के पार डालने का काम बीजेपी करेगी।

नई दिल्ली। झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के प्रचार के अंतिम दिन आज गृहमंत्री अमित शाह ने घुसपैठियों को ललकारते हुए टो टूक शब्दों में कहा कि चुनाव के बाद यहां एक ऐसी सरकार बनेगी, इंसान तो क्या परिंदा भी पैर नहीं मार पाएगा। हमारी बच्चियों से शादी करके जो भूमि घुसपैठियों ने हड़प ली है, हम एक ऐसा कानून लाएंगे कि शादी कर भी ली हो वो भूमि घुसपैठियों के नाम नहीं हो पाएगी और जो ज़मीन हड़प ली है उसे भी वापस करना पड़ेगा। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, हम पर भरोसा करना क्योंकि हम जो बोलते हैं वो करते हैं। मैं वादा करता हूं जितने भी घुसपैठिए झारखंड में घुसे हैं उनको चुन-चुनकर सरहद के पार डालने का काम बीजेपी करेगी।

अमित शाह ने सरायकेला में कहा कि कांग्रेस और जेएमएम के लिए आदिवासी महज एक वोट बैंक हैं जबकि बीजेपी ने पूरे देश में आदिवासी गौरव दिवस मनाना शुरू कर दिया है। आदिवासी गौरव इस राज्य के इतना करीब होने के बावजूद यहां कोई विकास कार्य नहीं हुआ है। जेएमएम सोचती है कि कांग्रेस के साथ गठबंधन करने से जीत सुनिश्चित हो जाएगी लेकिन, हेमंत बाबू, आप एक डूबती नाव में बैठे हैं, जिसमें एक नहीं, बल्कि कई छेद हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री बोले, चंपई सोरेन ने कई वर्षों तक हेमंत सोरेन और गुरु जी के साथ वफादारी से काम किया मगर जिस प्रकार से उन्हें अपमानित किया गया और सीएम पद से हटाया गया वह सिर्फ उनका नहीं बल्कि पूरे झारखंड और आदिवासी जनता का अपमान है। शाह ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा आदिवासियों का अपमान किया है। 75 साल तक देश में कभी कोई आदिवासी राष्ट्रपति नहीं बना, लेकिन जब पीएम मोदी सत्ता में आए तो उन्होंने एक गरीब आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाया।

गृहमंत्री ने आरोप लगाया कि इंडिया गठबंधन सरकार ने पूरे झारखंड को बर्बाद कर दिया है। इस राज्य के पास इतने संसाधन हैं कि यह तेजी से समृद्ध हो सकता है। सबसे साधन संपन्न राज्य होने के बाद भी, झारखंड के लोग गरीब हैं और वे अपने परिवारों को छोड़ने के लिए मजबूर हैं। यहां के लोग नौकरियों की तलाश में देश के विभिन्न हिस्सों में जाते हैं, यह सब राज्य की निकम्मी सरकार के कारण है।