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यासीन मलिक के गुनाहों का हुआ हिसाब, तो उसकी पत्नी ने निकाली मोदी सरकार के खिलाफ भड़ास , कहा कि ये हिंदुत्व…!!

उसे अंतिम सांस तक सलाखों के पीछे भी रहना प़ड़ेगा, लेकिन उसे सजा मिलने से पहले जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी देखने को मिली थी, जिसे देखते हुए घाटी में सुरक्षा-व्यवस्था दुरूस्त कर दी गई है। उधर, यासीन मलिक की पाकिस्तानी मूल की पत्नी ने अपनी पति को बचाने के लिए पाकिस्तान समेत अंतरराष्ट्रीय संगठन  से गुहार लगाई है।

नई दिल्ली।  यासीन मलिक को बुधवार को एनआईए अदालत ने 2017 के टेरर फंडिंग मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई है। यासीन पर आरोप है कि उसने जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने हेतु पाकिस्तान से मदद प्राप्त की थी। कश्मीर घाटी में आतंकी गतिविधियों को फलीभूत करने हेतु पाकिस्तान से धन प्राप्त किया था। यही नहीं, उसने घाटी में आतंकियों को बढ़ावा देने के अलावा एयरफोर्स के चार अधिकारियों की भी निर्ममता से हत्या की थी जिसे ध्यान में रखते हुए अब कोर्ट ने यासीन को एनआईए अदालत ने उम्रकैद सहित 10 लाख रूपए का जुर्माना भी लगाया है। बहरहाल, यासीन को मिले उम्रकैद की सजा मिलने के बाद यह तो साफ हो चुका है कि उसे अंतिम सांस तक सलाखों के पीछे भी रहना प़ड़ेगा, लेकिन उसे सजा मिलने से पहले जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी देखने को मिली थी, जिसे देखते हुए घाटी में सुरक्षा-व्यवस्था दुरूस्त कर दी गई है। उधर, यासीन मलिक की पाकिस्तानी मूल की पत्नी ने अपनी पति को बचाने के लिए पाकिस्तान समेत अंतरराष्ट्रीय संगठन  से गुहार लगाई है।आइए, आपको बताते हैं कि आखिर यासीन की पत्नी ने अपने पति के बचाव के पक्ष में क्या कुछ दलीलें पेश की है।

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यासीन मलिक की पाकिस्तानी मूल की पत्नी मुशाल हुसैन मलिक ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ अपनी भड़ास निकाली है। जिसमें उसने कहा कि मोदी सरकार अपनी हिंदुत्व की राजनीति को धार देने हेतु निर्दोष यासीन के खिलाफ यह कार्रवाई की है। बता दें कि यासीन की पत्नी ने ट्वीट कर कहा कि, ‘#ReleaseYasinMalik भारत की बीजेपी सरकार मेरे पति यासीन मलिक को मोदी के हिंदुत्व फासीवादी वोट बैंक को बढ़ाने और जम्मू-कश्मीर के लोगों से उनका नेता  छीनने के लिए उन्हें सजा देना चाहती है। भारत को इन युद्ध अपराधों, नफरत और असहिष्णुता की राजनीति को समाप्त करना चाहिए।’

इस तरह से उन्होंने अपने पहले ट्वीट से अपनी बातों को विराम नहीं दिया है, बल्कि उन्होंने सिलसिलेवार तरीके से कई तरह ट्विट किए हैं, जिसमें यासीन की पत्नी ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ अपनी भड़ास निकाली है। यासीन की पत्नी ने दूसरे ट्वीट में कहा कि ‘भारत की सरकार को डर है कि कश्मीर से उसकी सत्ता समाप्त हो जाएगी। इसी डर से वहां की सरकार ऐसा कठोर कदम उठा रही है जिसका कोई कानूनी आधार नहीं है। सत्ता के साथ ये निराशाजनक कुठाराघात जल्द ही खत्म हो जाएगा और कश्मीर आजाद हो जाएगा।’

मुशाल अपने ट्वीट्स में #ReleaseYasinMalik का हैशटैग इस्तेमाल कर रही है और लोगों से अपील भी कर रही है कि वो यासीन मलिक की रिहाई के लिए उनका साथ दें।

मुशाल ने ट्विटर पर लिखा, अत्याचारी हमेशा खुद को देशभक्ति या धर्म के लबादे में लपेटकर रखता है। भारत के मुखौटे से मूर्ख मत बनो क्योंकि वे देशभक्ति के नाम पर एक आजादी की लड़ाई को खत्म करने की कोशिश करते हैं।

मुशाल ने ट्विटर पर लिखा, मोदी सरकार चाहे जितनी कोशिश कर ले लेकिन हम उसकी बर्बरता के खिलाफ आखिरी सांस तक लड़ेंगे। अपने संदेश में वो लिखती हैं,  ‘मैं मांग करती हूं कि संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के अध्यक्ष यासीन मलिक को मनगढ़ंत और काल्पनिक मामलों  में फासीवादी नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा सजा दिए जाने से रोकें और इस मामले में हस्तक्षेप करें।’

इस दौरान यासीन मलिक की बहन भी कश्मीर स्थित अपने घर की खिड़की के बाहर अपने भाई के बचाव में कुरान पढ़ती हुई नजर आई। जिसका वीडियो भी प्रकाश में आया है, जो कि अभी सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। बता दें कि यासीन मलिक को आज उम्रकैद की सजा सुनाई गई है, लेकिन अलगवावादी गुटों के लोगों में रोष देखने को मिल रहा है, लिहाजा ये सभी लोग अपने रोष की नुमाइश करने हेतु हिंसा का रूख अख्तियार करती हुई नजर आ रहे हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए केंद्र ने सरक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करने की मांग की गई है। वहीं, अब यासीन मलिक को तिहाड़ जेल भेज दिया गया है।