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सस्ते हुए DDA फ्लैट्स, यहां जानिए क्या है एक फ्लैट की कीमत

दिल्ली डेवलेपमेंट अथॉरिटी (DDA) के फ्लैट्स खरीदने का अच्छा मौका है। आमतौर पर डीडीए फ्लैट्स खरीदना काफी महंगा होता है लेकिन इस बार डीडीए अपने फ्लैट्स में डिस्काउंट दे रही है। प्राधिकरण ने फैसला किया है कि नहीं बिक पाए कुछ फ्लैट्स की कीमतों में 30 से 40 प्रतिशत का बंपर छूट दिया जाएगा।

नई दिल्ली। दिल्ली डेवलेपमेंट अथॉरिटी (DDA) के फ्लैट्स खरीदने का अच्छा मौका है। आमतौर पर डीडीए फ्लैट्स खरीदना काफी महंगा होता है लेकिन इस बार डीडीए अपने फ्लैट्स में डिस्काउंट दे रही है। प्राधिकरण ने फैसला किया है कि नहीं बिक पाए कुछ फ्लैट्स की कीमतों में 30 से 40 प्रतिशत का बंपर छूट दिया जाएगा।

डीडीए अधिकारियों के मुताबिक कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज में अभी भी 120 फ्लैट्स हैं जो बिके नहीं है। जिनकी कीमत 7 करोड़ रुपये तक है। प्राधिकरण ने इन्हीं फ्लैटों को बेचने के लिए नई योजना निकाली है। इसके तहत खरीदार सीधे 40 प्रतिशत छूट का लाभ उठा सकते हैं। ये सभी फ्लैट्स रेडी टू मूव योजना के तहत हैं। यानि खरीदार सीधे खरीद कर रहना शुरु कर सकते हैं।

इतनी है कीमत

प्राधिकरण ने हर 3 बेडरुम वाले फ्लैट के लिए 7 करोड़ रुपए कीमत तय किया था। लेकिन बाजार में मंदी और खरीदारों की कमी की वजह से इतनी कीमत कोई नहीं दे पा रहा है। यही वजह है कि अब डीडीए ने इसकी कीमत घटाकर 4 करोड़ कर दिया है। इतने भारी छूट के बाद प्राधिकरण को उम्मीद है कि बचे हुए फ्लैट्स बिक जाएंगे। करीब 27 एकड़ में फैले कॉमनवैल्थ विलेज युमना तट पर बना है। इस प्रोजेक्ट में लगभग 34 रेसिडेंशियल टॉवर हैं और 1168 फ्लैट्स बने हैं। इसी से सटकर एक पूरा स्पोर्टस कॉम्प्लैक्स भी बना हुआ है जिसमें विभिन्न गेम्स की सुविधा उपलब्ध है।

इसलिए कम हुई कीमत

इकोनॉमिक टाइम्स केअनुसार, इन फ्लैटों की पर्याप्त संख्या में बिक्री नहीं हो पाई है। करीब एक दशक पहले जब CWG विलेज ने तीन बेडरूम वाले ये लग्जरी फ्लैट तैयार हुए थे तो इनमें से कई फ्लैट्स के दाम 7 करोड़ रुपये से ज्यादा तक मिल गए थे। लेकिन अब इनके खरीदार नहीं मिल रहे।

गौरतलब है कि CWG विलेज दिल्ली के यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के पास 27 एकड़ में फैला हुआ है। इसमें कुल 34 रेजिडेंशियल टावर हैं जिनमें 1,168 फ्लैट हैं। यमुना के किनारे बने इन फ्लैट का निर्माण रियल एस्टेट कंपनी Emaar MGF ने किया था। इसका निर्माण 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान विदेशी एथलीट और अध‍िकारियों को ठहराने के लिए किया गया था।