नई दिल्ली। एक तरफ अफगानिस्तान में तालिबान का कोहराम जारी है। तमाम तरह की पाबंदियों के बीच अफगानिस्तान से वहां के नागरिक देश छोड़कर भाग रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ अब तालिबान दुनिया को भरोसा दिलाने की कोशिश में है कि वो इस बार लोगों पर जानलेवा पाबंदिया नहीं थोपेगा और लोगों को सहूलियत देगा। हालांकि तालिबान कितना भी वादा कर ले लेकिन वहां के लोगों में तालिबान को लेकर विश्वास नहीं हो पा रहा। ऐसे में लोग अपना ही देश छोड़कर दूसरे देशों में शरण लेने के लिए मजबूर हैं। फिलहाल इस बीच तालिबान की तरफ से खेल को बढ़ावा देने की बात की है। बता दें कि तालिबान ने वादा किया है कि अफगानिस्तान में क्रिकेट को बढ़ावा दिया जाएगा। इस वादे के अलावा तालिबान ने अजीजुल्लाह फाजली को अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के नए महानिदेशक के तौर पर फिर से नियुक्त किया है।
बता दें कि राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के सदस्यों के साथ बैठक के दौरान तालिबान के राजनीतिक कार्यालय और बातचीत करने वाली टीम के सदस्य अनस हक्कानी ने क्रिकेट को बढ़ावा देने के वादे को दोहराया। तालिबान के साथ होने वाली इस बैठक में राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के कप्तान हशमतुल्ला शाहिदी, पूर्व क्रिकेट बोर्ड चयन समिति के अध्यक्ष असदुल्ला और नूर अली जादरान शामिल हुए।
तालिबान की राजनीतिक टीम के एक अन्य सदस्य सोहेल शाहीन ने अपने वादे को दोहराते हुए कहा कि, हम अफगानिस्तान क्रिकेट टीम को समर्थन देंगे। और इसको आगे बढ़ाएंगे। अपने वादे को लेकर सोहेल शाहीन ने कहा कि उन्हें अफगानिस्तान-पाकिस्तान मैच देखने का इंतजार है। इस सप्ताह की शुरुआत में तालिबान के सदस्यों ने काबुल में पूर्व क्रिकेट कप्तान असगर स्टानिकजई और राष्ट्रीय टीम के सदस्य नवरोज मंगल से मुलाकात की थी।