नई दिल्ली। यूं तो पीएम मोदी के अंदर बेशुमार ऐसी खूबियां हैं, जो उन्हें दूसरे सियासी नुमाइंदों से अलग पहचान उपलब्ध कराती है, लेकिन इनकी सबसे खास पहचान यह है कि जब कोई भी शख्स अपनी प्रतिभा व कड़ी मेहनत के दम पर देश का नाम विश्व पटल पर ऊंचा करता है, तो पीएम मोदी ऐसे लोगों की हौसला अफजाई करने से नहीं चूकते हैं। अक्सर पीएम मोदी ऐसे लोगों के नाम तारीफों के कसीदे पढ़ते हैं, ताकि ये लोग आगे चलकर इसी तरह से देश का मस्तक ऊंचा करते रहें। इस बीच जब विश्व चैंपियनशिप मुक्केबाजी में आकाश ने कांस्य पदक जीता, तो पीएम मोदी उन्हें बधाई देते हुए उनकी हौसला अफजाई करने से नहीं चूके। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बहुत बढ़िया आकाश..! विश्व चैंपियनशीप मुक्केबाजी में मेडल जीतने के लिए आपको बहुत-बहुत बधाई। आपकी यह सफलता कनिष्ठ मुक्केबजों को प्रेरित करती रहेंगी।
आपके भविष्यगत प्रयासों के लिए आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं। जाहिर है कि उन्होंने अपना यह ट्वीट आकाश को मिली सफलता पर आपार बधाई के रूप में किया है। जिसमें उन्होंने आकाश को अन्य संघर्षरत मुक्केबाजों के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया है। अगर आपने कभी अवलोकन किया हो, तो यही तो पीएम मोदी की सबसे खास बात है कि वे हर इंसान की छोटी बड़ी सफलताओं को अन्य संघर्षरत लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बात कर उन्हें भविष्य में विराट उलब्धियों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते हैं। एक हिसाब से वे अपने इस सूत्र से अन्य लोगों को भी सफल होने के लिए प्रेरित करते हैं, जिसके लिए उनकी तारीफ तो बनती ही है।
Well done Akash! Congratulations for the prestigious medal at the World Boxing Championships.
This success will motivate younger boxers to excel. Wishing you the very best for your future endeavours. https://t.co/AGD2OuGBzD
— Narendra Modi (@narendramodi) November 6, 2021
वहीं, अगर आकाश की बात करें, तो उन्होंने अपने परफॉर्मेंस से सभी का दिल जीत लिया है। क्या कमाल के स्टंट उन्होंने रिंग में दिखाए हैं। निसंदेह उनकी जितनी तारीफ की जाए। उतनी कम है। महज 21 वर्षीय आकाश ने अपनी विलक्षण प्रतिभा का परिचय कराते हुए 0-5 से जीत दर्ज कर हर भारतीय को खुद पर फक्र महसूस कराने पर मजबूर कर दिया है। आकाश विश्व चैंपियनशीप में मेडल जीतने वाले सांतवे भारतीय रहे हैं। इससे पहले भी 6 अन्य भारतीय भी देश के नाम मेडल जीत चुके हैं। उन्होंने यह मेडल देश के नाम समर्पित किया है। इसके अलावा उन्हें 25 हजार रूपए डॉलर इनाम के रूप में भी मिला है।
विश्व चैंपियनशिप में भारत के पिछले पदक विजेता विजेंदर सिंह (कांस्य, 2009), विकास कृष्ण (कांस्य, 2011), थापा (कांस्य, 2015), गौरव बिधूड़ी (कांस्य, 2017), अमित पंघाल (रजत, 2019) और मनीष कौशिक (कांस्य, 2019) थे। फिलहाल, आकाश को मिली इस सफलता पर उन्हें चौतरफा बधाईयां मिल रही हैं। यकीनन, उन्होंने जिस तरह का परफॉरमेंस रिंग में दिखाया है, वह काबिलए-ए-तारीफ है। जिस अंदाज में उन्होंने विरोधी टीम को हार का मजा चखाया है, उससे तो एक बात जाहिर होती है कि उन्होंने अपने करियर का महज एक ट्रैलर दिखाया है, और जिस दिन उन्होंने पूरी फिल्म दिखा दी, उस दिन वो मंजर देखने लायक होगा।