नई दिल्ली। आज कुश्ती महासंघ पद के लिए चुनाव हुए। जिसके बाद संजय सिंह को इसकी कमान सौंपी गई। इस जीत के साथ ही अब कुश्ती महासंघ की कमान संजय सिंह के हाथों में है। सिंह यौन शोषण के आरोपों में घिरे बृजभूषण के करीबी हैं। यही नहीं, पिछले तीन दशकों तक दोनों के बीच पारिवारिक रिश्ते रहे हैं। उत्तर प्रदेश के चंदौली से आने वाले संजय सिंह के पिता और दादा भी कुश्ती ही किया करते थे। संजय सिंह इससे पूर्व उत्तर प्रदेश कुश्ती और वाराणसी कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। चुनाव होने से पहले बृजभूषण ने संजय की जीत की भविष्यवाणी कर दी थी जिसके बाद उनके आवास के बाहर समर्थकों ने पटाखा फोड़ना शुरू कर दिया था। वहीं, जब चुनावी नतीजे आए, तो बृजभूषण की यह भविष्यवाणी सच साबित हुई। खैर, संजय सिंह ने जीत के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान एक बयान दिया, जिसके पीछे छुपे निहितार्थों को निकालने की जद्दोजहद शुरू हो चुकी है। दरअसल, फेडरेशन की कमान अपने हाथों में लेने के बाद संजय ने स्पष्ट कर दिया कि जिन पहलवानों को राजनीति करना है, वो राजनीति करें और जिन्हें पहलवानी करना है, वो पहलवानी करें।
खैर, संजय सिंह को डब्लएफआई की कमान मिलने के बाद बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगानी वाली साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया, जिसमें साक्षी मलिक ने दो टूक कह दिया कि वो संजय सिंह को फेडरेशन की कमान सौंपे जाने से नाराज हैं। इसके साथ ही साक्षी ने कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उधर, बजरंग पुनिया ने भी दो टूक कहा कि जिस तरह सबकुछ घटा है, उसे ध्यान में रखते हुए अब हमारे लिए कुश्ती में वापसी करना आसान नहीं होगा। वहीं, साक्षी कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान करने के बाद भावुक भी हो गई। उनकी आंखों से आंसू भी छलक पड़े। इसके साथ ही साक्षी द्वारा कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान किए जाने के बारे में जब बृजभूषण से मीडिया ने सवाल किया, तो उन्होंने किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, तो इस तरह से आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि कैसे संजय सिंह को डब्लूएफआई की कमान मिलने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन आइए उससे पहले जरा आइए जान लेते हैं कि साक्षी मलिक कौन हैं?
#WATCH | Delhi: Wrestler Sakshi Malik says “We slept for 40 days on the roads and a lot of people from several parts of the country came to support us. If Brij Bhushan Singh’s business partner and a close aide is elected as the president of WFI, I quit wrestling…” pic.twitter.com/j1ENTRmyUN
— ANI (@ANI) December 21, 2023
कौन हैं साक्षी मलिक
3 सितंबर 1992 को हरियाणा के रोहतक में जन्मी साक्षी मलिक ने कुश्ती की दुनिया अनेकों ऐसे कीर्तिमान स्थापित किए हैं, जो कि आने वाली पीढ़ियों को उत्साहित करने में अहम किरदार निभाएंगे। उनके दादा सुबिर मलिक भी पहलवान थे। साक्षी ने बचपन में ही सोच लिया था कि वो कुश्ती में ही अपना भविष्य बनाएंगी। 12 साल की उम्र में ही उन्होंने ने ईश्वर दहिया से कुश्ती के दांव-पेंच सीखने शुरू कर दिए थे। वहीं, 2009 में साक्षी एशियाई जूनियर विश्व चैंपियनशिप में हाथ आजमाया और कांस्य पदक अपने नाम किया। वहीं, 2010 में विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक, 2013 के कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में को कांस्य पदक हासिल किया।
#WATCH | Delhi: On former WFI chief Brij Bhushan Sharan Singh’s aide Sanjay Singh elected as the new president of the WFI, Wrestler Sakshi Malik says, “We have made demands for a woman president. If the president would be a woman, harassment would not happen. But, there was no… pic.twitter.com/SEFwYKErNW
— ANI (@ANI) December 21, 2023
2007 में सब जूनियर एशियन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के बाद उन्हें सीनियर वर्ग में खेलने की मंजूरी मिली, जिसके बाद उन्होंने अपने से सीनियर पहलवानों से भिड़ना शुरू कर दिया। इसके साथ ही रियो ओलंपिक 2016 में साक्षी मलिक ने सिर्फ 10 सेकेंड में 58 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीतकर नया कीर्तिमान स्थापित किया था। बता दें कि साक्षी को पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है। वहीं, कुश्ती के करियर में कई कीर्तिमान स्थापित करने के बाद साक्षी ने फरवरी 2017 में सत्यव्रत कादियान संग शादी के बंधन में बंधने का फैसला किया था।