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#MohammedShami: सेंचुरियन टेस्ट में शमी ने बनाया शानदार रिकॉर्ड, इस इंसान को दिया कामयाबी का श्रेय

Mohammed Shami: शमी की इस उपलब्धि पर रवि शास्त्री और वसीम जाफर समेत कई पूर्व क्रिकेटरों ने उन्हें बधाई दी। रवि शास्त्री ने तो उन्हें शाबाशी देते हुए बंगाल का सुल्तान कहा जबकि वनडे क्रिकेट में बल्ले से दोहरा शतक जमाने वाले रोहित शर्मा ने कहा कि डबल हंड्रेड एक खास नंबर होता है। 

नई दिल्ली। सेंचुरियन टेस्ट में भारत की पेस बैटरी की अहम कड़ी मोहम्मद शमी ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच विकेट लेने के साथ ही टेस्ट क्रिकेट में अपने 200 विकेट पूरे कर लिए। ये कारनामा करने वाले वे पांचवें भारतीय गेंदबाज़ हैं। 31 साल के शमी ने अफ्रीका के बल्लेबाजों को खासा परेशान किया उन्होंने एडेन मारक्रम को जिस गेंद पर आउट किया, उसे खेलना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं होता। शमी की शानदार गेंदबाजी की बदौलत भारत ने अफ्रीका को 197 रनों पर रोका और 130 रन की अहम बढ़त ली। शमी की इस उपलब्धि पर रवि शास्त्री और वसीम जाफर समेत कई पूर्व क्रिकेटरों ने उन्हें बधाई दी। रवि शास्त्री ने तो उन्हें शाबाशी देते हुए बंगाल का सुल्तान कहा जबकि वनडे क्रिकेट में बल्ले से दोहरा शतक जमाने वाले रोहित शर्मा ने कहा कि डबल हंड्रेड एक खास नंबर होता है।

सफल लोगों की ज़िंदगी में कोई न कोई ऐसा इंसान ज़रूर होता है जिसका उसकी कामयाबी में सबसे अहम योगदान होता है। 200 विकेट लेने का खास कीर्तिमान बनाने के बाद मोहम्मद शमी ने भी अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता को दिया। उन्होंने बताया कि उनके पिता के संघर्ष के बिना उनका सपना पूरा नहीं हो पाता। सेंचुरियन में खास रिकॉर्ड बनाने के बाद शमी ने बताया कि उनके पिता उन्हें 30 किमी तक साइकिल पर बैठाकर ले जाते थे ताकि वो अपना सपना पूरा कर सकें।

Mohd Shami

मोहम्मद शमी ने बताया कि उनके गांव सहसपुर में ऐसी सुविधाएं नहीं थीं, जिनके दम पर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर बना जा सके। ऐसे में उनके पिता रोज उन्हें 30 किलोमीटर तक साइकिल पर बैठाकर ले जाते थे, ताकि उनका बेटा एक दिन भारत के लिए खेल सके। साल 2017 में शमी के पिता का निधन हो गया था।उनको याद करते हुए शमी ने कहा कि “मैं आज जो कुछ भी हूं अपने पिता की वजह से हूं। मैं ऐसे गांव से आता हूं, जहां ज्यादा सुविधाएं नहीं है। आज भी वहां कोई सुविधा नहीं है। उस समय भी मेरे पिता रोज मुझे साइकिल में बैठाकर 30 किलोमीटर दूर कोचिंग कैंप तक ले जाते थे और मुझे वह संघर्ष आज भी याद है। उन्होंने उस समय उन हालातों में मेरे ऊपर निवेश किया और मैं हमेशा उनका ऋणी रहूंगा।” मोहम्मद शमी की इस शानदार गेंदबाज़ी के बाद भारतीय टीम सेंचुरियन टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका पर अबतक 146 रन की बढ़त ले चुकी है..