नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने इस बात को स्वीकार किया कि वह आज के दौर में खेले जाने वाली टी20 क्रिकेट के प्रशंसक है। हालांकि उनकी पीढ़ी के कई खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जो इस प्रारूप को पसंद नहीं करते हैं। सुनील गावस्कर ने कई अन्य पहलुओं पर प्रकाश डाला, जिसने इस प्रारूप को रोचक बनाया है। बता दें कि सुनील गावस्कर टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज हैं। उन्होंने कहा कि जब बल्लेबाजों को टी20 क्रिकेट में उम्दा शॉट्स लगाते देखते हैं तो उनके पास कई बार शब्द नहीं होते हैं। गावस्कर ने द एनालिस्ट इंसाइड पॉडकास्ट में कहा, ‘मुझे पता है कि मेरे जमाने के कई लोग टी20 प्रारूप से खुश नहीं हैं। मगर मुझे यह पसंद आता है। मेरा इससे लगाव का साधारण कारण है कि आपको पता है कि ये 3 घंटे का मैच है और नतीजा मिलना है।
गावस्कर ने कहा कि, इस खेल में आपको काफी एक्शन देखने को मिलता है। जब कोई स्विच हिट या रिवर्स स्वीप खेलता है तो मैं खुद को रोक नहीं पाता अपनी कुर्सी से उठने से। क्योंकि मुझे यह शानदार और अतुलनीय शॉट लगते हैं। इस तरह छक्का जमाने के लिए एक खिलाड़ी को काफी शैली की जरूरत होती है।’
बता दें कि गावस्कर उस युग के महान खिलाड़ी हैं, जहां टेस्ट मैच क्रिकेट में बल्लेबाजी का मतलब आराम से बल्लेबाजी करना था। हालांकि, आज के दौर में क्रिकेट के प्रति अपने लगाव से गावस्कर बच नहीं सके। उन्होंने कहा कि टी20 में जिस तरह बल्लेबाजी की जाती है, उसके वह बड़े प्रशंसक हैं।
एबी डिविलियर्स जैसी बल्लेबाजी करना चाहते हैं गावस्कर
लिटिल मास्टर के नाम से ख्याति बटोरने वाले सुनील गावस्कर से जब सवाल किया गया कि आखिर आधुनिक युग में वो कौन सा एक बल्लेबाज हैं, जिसके जैसा वो बल्लेबाजी करना चाहते हैं। इसके जवाब में पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि, वो ‘एबी डिविलियर्स के जैसी बल्लेबाजी करना चाहते हैं। आपको पता है कि 360 डिग्री हर जगह शॉट खेल लेता है। मेरा मतलब वो ऐसा खेलता है कि नेट पर अभ्यास कर रहा हो।’