नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम इस वक्त अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। बल्लेबाजों के बल्ले से रन नहीं निकल रहे हैं और टीम की स्थिति बेहद खराब है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहला मैच जीतने के बाद ऐसा लगा था कि टीम इंडिया इस बार भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया को हराकर इतिहास दोहराएगी। लेकिन सीरीज के चार मैचों में टीम की खराब प्रदर्शन के चलते भारत अब पिछड़ चुका है। सिडनी में होने वाले आखिरी टेस्ट में अगर भारत जीत भी जाए, तो सीरीज बराबरी पर ही खत्म होगी।
कोच गौतम गंभीर पर संकट के बादल
टीम इंडिया के हालिया प्रदर्शन ने नए हेड कोच गौतम गंभीर की भूमिका पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। बीसीसीआई के सूत्रों के अनुसार, अगर चैंपियंस ट्रॉफी में टीम का प्रदर्शन नहीं सुधरा, तो गंभीर को पद से हटाया जा सकता है। गंभीर पर यह आरोप है कि उनका टीम के अधिकांश खिलाड़ियों से संवाद बेहतर नहीं है। खिलाड़ियों के एक बड़े समूह ने उनके नेतृत्व में असंतोष जाहिर किया है।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की उम्मीदें लगभग खत्म
रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की दौड़ से लगभग बाहर हो चुकी है। भारत को सिडनी टेस्ट जीतने के साथ-साथ श्रीलंका से यह उम्मीद करनी होगी कि वह ऑस्ट्रेलिया को हराए। लेकिन जिस काम में भारतीय टीम असफल रही, उसकी उम्मीद श्रीलंका से करना मुश्किल लग रहा है।
चैंपियंस ट्रॉफी होगी गौतम गंभीर के लिए निर्णायक
फरवरी-मार्च में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी भारतीय क्रिकेट के लिए निर्णायक साबित हो सकती है। भारतीय टीम 20 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ अपना पहला मैच खेलेगी, जबकि 23 फरवरी को पाकिस्तान के खिलाफ हाई-वोल्टेज मुकाबला होगा। यदि टीम इंडिया का प्रदर्शन पाकिस्तान या न्यूजीलैंड के खिलाफ खराब रहा, तो बीसीसीआई बड़े फैसले ले सकता है।
बीसीसीआई के लिए पहली पसंद नहीं थे गौतम गंभीर
खबरों के मुताबिक, गौतम गंभीर को बीसीसीआई की मजबूरी में हेड कोच बनाया गया था। बोर्ड की पहली पसंद वीवीएस लक्ष्मण थे, लेकिन उनकी अनुपलब्धता के कारण गंभीर को यह जिम्मेदारी दी गई। अब तक के खराब प्रदर्शन ने गंभीर को सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है।
बड़े फैसलों की संभावना
भारतीय टीम को इस साल दो बड़े आईसीसी टूर्नामेंट खेलने हैं। अगर चैंपियंस ट्रॉफी में भी टीम का प्रदर्शन खराब रहा, तो बीसीसीआई कठोर निर्णय ले सकती है। गौतम गंभीर, जिन्होंने टी20 वर्ल्ड कप के बाद टीम की जिम्मेदारी संभाली थी, अब अपनी भूमिका को लेकर दबाव में हैं।