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Tokyo Paralympics: योगेश कथूनिया ने किया कमाल, डिस्कस थ्रो में जीता सिल्वर मेडल

Tokyo Paralympics: 24 वर्षीय योगेश एक समय स्वर्ण पदक की दौड़ में थे लेकिन बतिस्ता ने अपने पहले थ्रो में 44.57 का थ्रो किया। बतिस्ता ने अपने छठे प्रयास में पैरालम्पिक खेल का रिकॉर्ड सेट किया। योगेश के रजत पदक जीतने के साथ ही भारत ने टोक्यो पैरालम्पिक में कुल पांचवां पदक हासिल कर लिया है

टोक्यो। भारत के योगेश काथुनिया (Discus thrower Yogesh Kathuniya) ने यहां जारी टोक्यो पैरालंपिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए पुरुष डिस्कस थ्रो एफ56 वर्ग में रजत पदक जीता। योगेश ने फाइनल में 44.38 मीटर का थ्रो कर दूसरा स्थान हासिल किया। ब्राजील के सांतोस डोए क्लाउडिने बतिस्ता ने 45.59 मीटर का थ्रो कर नया पैरालम्पिक रिकॉर्ड बनाया और स्वर्ण पदक जीता। क्यूबा के लियोनार्ड एलांडाना डियाज ने 43.36 मीटर के थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता।

24 वर्षीय योगेश एक समय स्वर्ण पदक की दौड़ में थे लेकिन बतिस्ता ने अपने पहले थ्रो में 44.57 का थ्रो किया। बतिस्ता ने अपने छठे प्रयास में पैरालम्पिक खेल का रिकॉर्ड सेट किया। योगेश के रजत पदक जीतने के साथ ही भारत ने टोक्यो पैरालम्पिक में कुल पांचवां पदक हासिल कर लिया है। भारत ने अब तक इस पैरालम्पिक में एक स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य पदक जीता है।

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