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Layoffs In Wipro: टेक कंपनी विप्रो ने फिर कर्मचारियों पर गिराई बिजली, कर दी इतने लोगों की छंटनी

विप्रो की तरफ से इस छंटनी के बारे में दी गई जानकारी में बताया गया है कि प्रभावित होने वालों में 100 से ज्यादा प्रोसेसिंग एजेंट हैं। टीम लीडर और टीम मैनेजर को भी छंटनी के दायरे में लाया गया है। विप्रो मैनेजमेंट के मुताबिक एक खास एरिया में 120 लोगों की छंटनी की गई है।

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मुंबई। रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। दुनिया के कई देशों में मंदी की आहट है। इन सबका असर भारत की आईटी कंपनियों पर भी पड़ता दिख रहा है। पिछले दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा थी कि विप्रो ने नए नियुक्त किए कर्मचारियों की तनख्वाह में कटौती की है। अब खबर है कि विप्रो ने अपने तमाम कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। ताजा खबर के मुताबिक विप्रो ने 120 कर्मचारियों की छंटनी की है। ये छंटनी अमेरिका में विप्रो के दफ्तर में किए जाने की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि व्यावसायिक जरूरतों की वजह से विप्रो ने अमेरिका के अपने दफ्तर में छंटनी का फैसला किया।

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विप्रो की तरफ से इस छंटनी के बारे में दी गई जानकारी में बताया गया है कि प्रभावित होने वालों में 100 से ज्यादा प्रोसेसिंग एजेंट हैं। टीम लीडर और टीम मैनेजर को भी छंटनी के दायरे में लाया गया है। विप्रो मैनेजमेंट के मुताबिक एक खास एरिया में 120 लोगों की छंटनी की गई है। कंपनी ने बताया है कि इसका असर अमेरिका में काम कर रहे उसके दूसरे कर्मचारियों पर नहीं पड़ेगा। फिलहाल छंटनी के दायरे में आए कर्मचारियों को इस साल मई से हटाया जाएगा। अभी ये नोटिस पीरियड पर चल रहे हैं। नोटिस पीरियड के दौरान विप्रो अपने छंटनीशुदा कर्मचारियों को तनख्वाह और अन्य भत्तों का भुगतान करती रहेगी।

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विप्रो से पहले अमेजन और गूगल जैसी बड़ी कंपनियों ने भी हजारों कर्मचारियों को इस साल नौकरी से निकालने का एलान किया था। ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद एलन मस्क ने हजारों कर्मचारियों की छंटनी की थी और दुनियाभर में अपने कई दफ्तर भी बंद कर दिए थे। फिलहाल आईटी सेक्टर की कंपनियों में छंटनी की मार से कर्मचारी प्रभावित हो रहे हैं। अगर मंदी का साया गहराया, तो अन्य क्षेत्रों में भी नौकरियां गंवाने का खतरा है।

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