वॉशिंगटन। कम्प्यूटर अब महज सिर्फ काम करने की चीज नहीं रहने वाली है। आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के जरिए माइक्रोसॉफ्ट इसे ऐसा बनाने वाला है कि आप जानकर चौंक उठेंगे। माइक्रोसॉफ्ट ने एलान किया है कि वो बिंग चैटबॉट लाने के बाद अब विंडोज में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस यानी एआई को कंबाइन करेगा। अगले साल माइक्रोसॉफ्ट का विंडोज 12 वर्जन आने वाला है। इसी वर्जन में एआई को माइक्रोसॉफ्ट शामिल कर देगा। इससे विंडोज में एआई आधारित टेक्स्ट टू स्पीच फीचर मिल जाएगा। यानी आप अपने कम्प्यूटर और लैपटॉप से बात भी कर सकेंगे। पहले माइक्रोसॉफ्ट ने बिंग चैट यूजर्स को मोबाइल पर वॉयस इनपुट फीचर दिया था। अब डेस्कटॉप के लिए भी ये फीचर दिया गया है।
एआई के साथ बिंग चैटबॉट अंग्रेजी, जर्मन, जापानी, चीन के मंदारिन और फ्रेंच भाषा में जवाब दे सकता है। इसके अलावा 30 से ज्यादा भाषाओं का सपोर्ट भी बिंग की टेक्स्ट टू स्पीच फीचर में दिया गया है। माइक्रोसॉफ्ट के इस कदम से उसके प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने वाले लोग प्राकृतिक तौर पर बातचीत का लाभ उठा सकेंगे। जल्दी ही माइक्रोसॉफ्ट का विंडोज 11 वर्जन स्टाइलस के जरिए कहीं भी लिखने देगा। इसके अलावा वॉयस चैट के लिए भी प्रोत्साहन देने का कंपनी ने एलान किया है। कुल मिलाकर माइक्रोसॉफ्ट अब सॉफ्टवेयर को बुद्धिमान बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।
बिंग चैटबॉट पर नई सुविधा दे दी गई है और सभी को मिलने वाली है। इसमें आप अपनी आवाज में सवाल पूछकर उसका जवाब हासिल कर सकते हैं। यूजर्स इससे मीटिंग शेड्यूल और रिमाइंडर सेट कर सकते हैं। इससे वक्त बचेगा। एआई पर माइक्रोसॉफ्ट काफी निवेश भी करने जा रहा है। जब भी एआई के जरिए आप विंडोज पर कुछ सर्च करेंगे, तो उसे प्राथमिकता मिलेगी। टाइप करने में ये आपको शब्द और वाक्य का सुझाव भी दे सकता है।