
तेहरान। ईरान ने अब अमेरिका को सीधी चेतावनी दे दी है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का बयान आया है कि अगर अमेरिका ने इजरायल के साथ जारी सैन्य संघर्ष में दखल दिया, तो ये युद्ध को बढ़ाएगा। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ये भी कहा कि अमेरिका के दखल देने से मध्य-पूर्व (Middle-East) में युद्ध का दायरा भी बढ़ जाएगा। ईरान के विदेश मंत्रालय का ये बयान डोनाल्ड ट्रंप के उन सोशल मीडिया पोस्ट पर आया है, जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति ने ईरान से बिना शर्त सरेंडर करने के लिए कहा था। अपने सोशल मीडिया पोस्ट में ट्रंप ने ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्लाह अली खामनेई के लिए भी चेतावनी दी थी। ट्रंप ने लिखा था कि हम जानते हैं कि तथाकथित सुप्रीम लीडर कहां है। वो (खामनेई) सुरक्षित है। हम उसे अभी मारने का इरादा नहीं रखते।
ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में ये दावा भी किया था कि अमेरिका और इजरायल का ईरान के आसमान पर कब्जा हो गया है। हालांकि, ट्रंप के इस पोस्ट के बाद ही ईरान की रिपब्लिकन गार्ड्स कोर (आईआरजीसी) ने इजरायल पर ताबड़तोड़ मिसाइलें दागी थीं। आईआरजीसी ने दावा किया कि उसने इजरायल पर फतह-1 हाइपरसोनिक मिसाइलों से हमला कर बड़ी तबाही मचाई। फतह-1 ध्वनि की रफ्तार से 5 गुना तेजी यानी करीब 6000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरने वाली मिसाइल है। ईरान ने पहले कहा था कि इजरायल ने परमाणु मसले पर अमेरिका से जारी बातचीत को पटरी से उतारने के लिए उस पर हमला किया। वहीं, इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू ने आरोप लगाया कि ईरान परमाणु बम बनाने के करीब था और उसे ऐसा करने से रोकने के लिए हमला किया गया। नेतनयाहू ने ये भी कहा है कि ईरान के खिलाफ जंग जारी रहेगी।
ईरान और इजरायल की जंग को 6 दिन हो गए हैं। इस दौरान इजरायल के लड़ाकू विमानों ने ईरान की राजधानी तेहरान के अलावा उसके एयर डिफेंस, मिसाइल और ड्रोन बनाने वाले प्रतिष्ठानों के साथ नतांज व अन्य जगह बने परमाणु संयंत्रों पर बम गिराए और उनको तहस-नहस करने की कोशिश की। इजरायल ने ईरान की सेना के टॉप कमांडरों और परमाणु वैज्ञानिकों की भी जान ली है। वहीं, ईरान की सेना ने बदले में तेल अवीव समेत इजरायल के कई शहरों पर सैकड़ों मिसाइलों और ड्रोन की बारिश की। जंग के कारण ईरान में 500 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है और 1500 के करीब लोग घायल हैं। वहीं, इजरायल में ईरान के हमले से 24 से ज्यादा लोगों की जान गई है और दर्जनों घायल हुए हैं। इसके अलावा कई बिल्डिंगें भी ईरान की मिसाइलों ने तबाह की हैं।