newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

No Pakistan In Oath Of PM Modi: पड़ोसी देशों के शासनाध्यक्षों को पीएम मोदी ने अपने शपग्रहण समारोह में शामिल होने का दिया न्योता, पाकिस्तान के पीएम को नहीं बुलाया

No Pakistan In Oath Of PM Modi: मोदी ने जब साल 2014 में पीएम पद की शपथ ली थी, तो उन्होंने सार्क देशों के शासनाध्यक्षों को शपथग्रहण कार्यक्रम में बुलाया था। उस वक्त पाकिस्तान के पीएम रहे नवाज शरीफ भी आए थे। अब नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ पाकिस्तान के पीएम हैं, लेकिन भारत के खिलाफ पाकिस्तान की ओर से फैलाए जाने वाले आतंकवाद पर मोदी बहुत सख्त हैं।

नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी 8 जून को लगातार तीसरी बार शपथ लेने जा रहे हैं। इस मौके पर मोदी ने मॉरीशस के पीएम प्रविंद्र जगन्नाथ, बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना, भूटान के पीएम शेरिंग तोबगे, नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल प्रचंड और श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को शपथग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता दिया है। इन सभी को मोदी ने निजी तौर पर न्योता दिया है। सरकारी तौर पर सभी नेताओं को अब मोदी के शपथग्रहण में शामिल होने का न्योता दिया जाएगा। खास बात ये है कि सभी पड़ोसी देशों के शासनाध्यक्षों को मोदी ने अपने शपथग्रहण में बुलाया है, लेकिन पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ को न्योता नहीं दिया है।

मोदी ने जब साल 2014 में पीएम पद की शपथ ली थी, तो उन्होंने सार्क देशों के शासनाध्यक्षों को शपथग्रहण कार्यक्रम में बुलाया था। उस वक्त पाकिस्तान के पीएम रहे नवाज शरीफ भी आए थे। अब नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ पाकिस्तान के पीएम हैं, लेकिन भारत के खिलाफ पाकिस्तान की ओर से फैलाए जाने वाले आतंकवाद पर मोदी बहुत सख्त हैं। इसी वजह से पाकिस्तान के पीएम को मोदी ने अपने शपथग्रहण में शामिल होने का न्योता न देने का फैसला किया है। जिन अन्य शासनाध्यक्षों को मोदी ने बुलाया है, उन्होंने आने के लिए हामी भर दी है।

मोदी पहले ऐसे पीएम हैं, जो अपने शपथग्रहण में अन्य देशों के नेताओं को बुलाते रहे हैं। साल 2019 में मोदी ने बिम्सटेक देशों के शासनाध्यक्षों को अपने शपथग्रहण में बुलाया था। बहरहाल, इस बीच ये खबर भी है कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलिंस्की समेत 75 वैश्विक नेताओं ने तीसरी बार बीजेपी और एनडीए की जीत पर मोदी को फोन कर बधाई दी है। मोदी को वैश्विक नेताओं की तरफ से बधाई का सिलसिला 1 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही शुरू हो गया था।