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Ram Mandir Politics : राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर क्यों भिड़ गईं रिवाबा जडेजा और नयनाबा जडेजा ?

पहले 500 सालों तक मामला लंबित रहा और अब भगवान श्री राम का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव होने वाला है तो फिर राजनीति से ऊपर उठकर ईश्वर से प्रार्थना करें और प्रभु श्री राम का स्वागत करें ।

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल होने से कांग्रेस के इनकार के बाद से ही सियासत गर्माई हुई है । एक तरफ तो देशभर के लोगों में उत्साह है लेकिन दूसरी तरफ कांग्रेस को प्राण प्रतिष्ठा का ये कार्यक्रम राजनीतिक लग रहा है । आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने यही बात कही । इस मुद्दे पर गुजरात में भी एक बार फिर ननद और भाबी के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई । प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण कांग्रेस ने ठुकरा दिया था । इसके बाद जामनगर से बीजेपी की विधायक रिवाबा जड़ेजा ने कांग्रेस पर हमला बोला था जिस पर उनकी ननद नयनाबा जडेजा ने पलटवार किया । बीजेपी विधायक और क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा ने कहा कि जब भगवान की बात आती है तो कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए । ये किसी पार्टी का कार्यक्रम नहीं है । पहले 500 सालों तक मामला लंबित रहा और अब भगवान श्री राम का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव होने वाला है तो फिर राजनीति से ऊपर उठकर ईश्वर से प्रार्थना करें और प्रभु श्री राम का स्वागत करें । रिवाबा जडेजा के इस बयान पर उनकी ननद और रविंद्र जडेजा की बहन नयनाबा ने बिना नाम लिए निशाना साधा । नयनाबा ने कहा कि हमें आपसे भक्ति, संस्कार सीखने की जरूरत नहीं है । आप छोटी काशी में रहते हैं, लेकिन फिर भी आपमें संस्कार नहीं हैं । जब मंदिर पूरा हो जाएगा तो प्राण प्रतिष्ठा होगी । शंकराचार्य और अन्य लोगों ने बहिष्कार किया है । संस्कार और धर्म की बातें आपको शोभा नहीं देतीं । नयनाबा जडेजा गुजरात कांग्रेस की नेता हैं, जबकि रिवाबा जडेजा जामनगर नॉर्थ की सीट से विधायक हैं ।