पंजशीर। खुद को अफगानिस्तान का राष्ट्रपति घोषित करने वाले अमरुल्लाह सालेह ने पाकिस्तान और तालिबान को खरी-खरी नसीहत दी है। उन्होंने कहा है कि न तो पाकिस्तान कभी अफगानिस्तान पर कब्जा कर सकता है और न ही तालिबान इतने बड़े देश पर शासन कर सकता है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि हर देश को कानून का सम्मान करना चाहिए। सालेह काफी समय से पाकिस्तान पर तालिबान को मदद देने का आरोप लगाते आए हैं और तालिबान के सामने कभी न झुकने की बात भी कह चुके हैं। इससे पहले मंगलवार को अमरुल्लाह सालेह ने कहा था कि राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए हैं और अफगानिस्तान का संविधान कहता है कि अगर राष्ट्रपति को कुछ हो जाए या वह भाग जाए, तो देश का पहला उपराष्ट्रपति ही राष्ट्रपति बन जाएगा। इस एलान के साथ ही सालेह ने ये भी कहा था कि वह उत्तरी अफगानिस्तान के पंजशीर में नॉर्दर्न अलायंस को फिर खड़ा करने की कोशिश में जुटे हैं।
पंजशीर के शेर कहे जाने वाले और पहले तालिबान को काबुल में ही हराने वाले अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद के साथ उनके बैठक की फोटो भी आई थी। इस बीच, खबर है कि ताजिकिस्तान में अफगानिस्तान के दूतावास में अशरफ गनी की फोटो हटाकर सालेह की फोटो लगाकर उन्हें अफगानिस्तान का नया राष्ट्रपति बताया गया है।
The Northern Alliance resistance forces in #Panjshir province of Afghanistan ??
Ahmad Massoud (Ahmad Shah Massoud’s son), along with Amrullah Saleh, have taken the lead to fight the Taliban.
Panjshir is the only province not under Taliban control.
(video via social media) pic.twitter.com/81NSTjTVCO
— Geeta Mohan گیتا موہن गीता मोहन (@Geeta_Mohan) August 18, 2021
वहीं, तालिबान की पहले वाली सरकार हटने के बाद अफगानिस्तान के राष्ट्रपति रहे हामिद करजई की तालिबान नेता अनस हक्कानी से मुलाकात को लेकर भी चर्चा का बाजार गर्म है। चर्चा इसकी हो रही है कि क्या तालिबान खुद राष्ट्रपति के पद पर अपने किसी नेता को न बिठाकर करजई को बिठा सकता है ? बता दें कि पहले खबरें आई थीं कि तालिबान का नेता मुल्ला बरादर अफगानिस्तान का नया राष्ट्रपति बनेगा।