
बैंकॉक। चीन में बने सामान के बारे में कहा जाता है ‘चला तो चांद तक वरना शाम तक!’ म्यांमार में जब 7.7 तीव्रता का भूकंप आया और उससे थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक भी बुरी तरह हिल गया, तो चीन के बारे में ये कहावत एक बार फिर चरितार्थ हो गई। दरअसल, बैंकॉक जब भूकंप से बुरी तरह हिला, तो शहर के बाकी गगनचुंबी इमारतें तो सुरक्षित रहीं, लेकिन चीन की कंपनी का बनाया 33 मंजिला भवन ताश के पत्तों की तरह ढह गया। थाईलैंड सरकार ने इस बिल्डिंग के गिरने की जांच के आदेश दिए हैं। माना जा रहा है कि बिल्डिंग को बनाने में घटिया सामान का इस्तेमाल होने के कारण वो गिरी है।
बैंकॉक में भूकंप के कारण जो बिल्डिंग गिरी, वो थाईलैंड के स्टेट ऑडिट ऑफिस की थी। 33 मंजिल की इस बिल्डिंग को थाईलैंड की सरकार चीन की कंपनी चाइना रेलवे नंबर 10 के सहयोग से बनवा रही थी। इस बिल्डिंग को बनवाने के काम में थाईलैंड की कंपनी इटालियन-थाई डेवलपमेंट पीएलसी भी शामिल थी। थाईलैंड की सरकार इस 33 मंजिला बिल्डिंग को बनवाने के लिए 2 अरब बाथ यानी करीब 45 मिलियन पाउंड खर्च कर रही थी। चीन की जो कंपनी बिल्डिंग बना रही थी, उसकी स्थापना साल 2018 में हुई थी। ये कंपनी रेलवे का काम, बिल्डिंग निर्माण और सड़कें बनाती है। मीडिया की खबरों के मुताबिक 2023 में कंपनी को करीब 200 मिलियन बाथ का नुकसान उठाना पड़ा था।
मीडिया के मुताबिक बैंकॉक में भूकंप से 17 लोगों की जान गई। इसके अलावा 83 मजदूर लापता हैं। भूकंप से बैंकॉक में 32 लोग घायल हुए। वहीं, भूकंप के केंद्र म्यांमार में 1700 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। म्यांमार में भूकंप के बाद 3400 से ज्यादा लोग लापता हैं। वहीं, घायलों की संख्या भी 2300 से ज्यादा है। ऐसे में भूकंप के कारण म्यांमार में और भी लोगों के मारे जाने की आशंका बनी हुई है। म्यांमार में पहले 7.4 और फिर थोड़ी देर बाद ही 7.7 तीव्रता का भूकंप आया था। उसके बाद से रविवार दोपहर तक 5 से ज्यादा तीव्रता के 15 से ज्यादा भूकंप के झटके लग चुके हैं।