
ढाका। बांग्लादेश की सेना ने अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस को एक और झटका दिया है। बांग्लादेश की सेना ने साफ कर दिया है कि म्यांमार के राखिन प्रांत से जोड़ने के लिए किसी कॉरिडोर को वो मंजूरी नहीं देगी। मोहम्मद यूनुस अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के दबाव में आकर ये चाहते हैं कि बांग्लादेश से म्यांमार के राखिन प्रांत तक कॉरिडोर बनाया जाए। ताकि वहां रहने वाले 20 लाख लोगों को मदद पहुंचाई जा सके। म्यांमार के राखिन प्रांत में ही रोहिंग्या मुसलमान बसते हैं।
बांग्लादेश सेना के मुख्यालय में सोमवार को ब्रिगेडियर जनरल नाजिम उद दौला और कर्नल शफीकुल इस्लाम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कॉरिडोर मुद्दे पर सेना की राय साफ कर दी। ब्रिगेडियर जनरल नाजिम उद दौला ने कहा कि निश्चित तौर पर बांग्लादेश की सेना सीमा के मामले में कोई समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि जब तक हमारे भीतर बिंदु मात्र भी ताकत होगी, हम लोग इस पर कोई समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने साफ कहा कि ये हमारा देश है। हम लोग किसी भी कीमत पर इसकी रक्षा करेंगे। ब्रिगेडियर जनरल नाजिम उद दौला ने सरकार और सेना के बीच गंभीर मतभेद की अटकलों को भी फिलहाल खारिज किया। उन्होंने कहा कि मीडिया में इस मामले को जिस तरह दिखाया जा रहा है, वो सही नहीं है।
⚡ BIG: Bangladesh Army expresses dissatisfaction with the decision regarding the Yunus Rakhine Corridor and the approval of Starlink.
Army asserts that an unelected individual (Muhammad Yunus) should not have any such authority
The army made it very clear that under no… pic.twitter.com/6vW7DvnXFR
— OSINT Updates (@OsintUpdates) May 26, 2025
बीते दिनों बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार उज जमान ने साफ कहा था कि देश के बारे में अंतरिम सरकार अहम फैसले नहीं कर सकती। बांग्लादेश सेना प्रमुख ने कहा था कि अंतरिम सरकार को जनता ने नहीं चुना है। इसके बाद ये खबर आई थी कि जनरल वकार ने अंतरिम सरकार से ये मांग की है कि बांग्लादेश में जल्दी आम चुनाव कराए जाएं। बांग्लादेश सेना के प्रमुख वकार उज जमान के इस बयान के बाद अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने एलान किया है कि जून 2026 तक हर हाल में बांग्लादेश में आम चुनाव कराए जाएंगे और वो 30 जून 2026 तक पद छोड़ देंगे।