नई दिल्ली। बीते सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच हुई वार्ता के बाद अमेरिका ने पूरी दुनिया के समक्ष भारत को आश्वस्त किया कि, कोरोना के खिलाफ छिड़ी जंग में अमेरिका भारत के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है। इसके अलावा मंगलवार को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक बार फिर अपने वादे को दोहराते हुए कहा कि, कोरोना संकट से लड़ने के लिए हम भारत के साथ हैं, और उसे बिना किसी देरी के तत्काल मदद की पूरी श्रृंखला भेज रहे हैं। बता दें कि इससे पहले बीते सोमवार को बाइडन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के बीच बातचीत हुई थी। बता दें कि मंगलवार को व्हाइट हाउस में हुई न्यूज कॉन्फ्रेंस में अमेरिकी प्रेसीडेंट जो बाइडन ने पत्रकारों से कहा, ‘हम भारत को तत्काल रूप से मदद की पूरी श्रृंखला भेज रहे हैं, जिसकी उन्हें जरूरत है। इसमें इससे निपटने की क्षमता वाले रेमडेसिविर और अन्य ड्रग्स भी शामिल हैं।’
उन्होंने कहा ‘हम वास्तविक मैकेनिकल पार्ट्स भेज रहे हैं, जिसकी भारत को वैक्सीन बनाने के लिए जरूरत है।’ उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के साथ इस बात पर भी चर्चा हो चुकी है कि अमेरिका भारत को वैक्सीन कब मुहैया करा सकेगा। बता दें कि देश में कोरोन के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, आए दिन 3 लाख से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। मरीजों की संख्या में इजाफा होते देख चिकित्सा व्यवस्था भी गड़बड़ा गई।
ऐसे में भारत को मदद देने के लिए दुनियाभर के तमाम देश सामने आए हैं। अमेरिका के अलावा ब्रिटेन और यूरोपियन यूनियन ने भारत की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने भी मदद करने की बात कही है। वहीं फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, आयरलैंड, बेल्जियम, रोमानिया, लक्समबर्ग, पुर्तगाल और स्वीडन समेत कई देशों ने भारत को मदद देने की घोषणा की है।