नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर पंजाब पुलिस ने बृहस्पतिवार को कार्रवाई शुरू कर दी। पीटीआई की ओर से आरोप लगाया गया है कि शनिवार, 21 सितंबर को लाहौर में होने वाले प्रस्तावित शक्ति प्रदर्शन से पहले पार्टी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह कदम इमरान खान के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
पीटीआई नेताओं की गिरफ्तारी
पार्टी के नेता अली एजाज बुट्टर ने जानकारी दी कि पुलिस ने पीटीआई के प्रमुख नेताओं जैसे अली इम्तियाज वराइच, अफजल फात और कई अन्य कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी मीनार-ए-पाकिस्तान में शनिवार को होने वाली शक्ति प्रदर्शन रैली से पहले की गई है। बुट्टर ने इस कदम को सरकार की “फासीवादी नीति” करार दिया और कहा कि इसके बावजूद पीटीआई लाहौर में एक ऐतिहासिक रैली आयोजित करेगी।
इमरान खान की अपील
पीटीआई प्रमुख इमरान खान ने जनता से अपील की है कि वे अपने घरों से बाहर निकलें और 21 सितंबर को लाहौर में होने वाली इस रैली में भाग लें। पार्टी के नेता सनम जावेद ने भी जनता को इमरान खान का समर्थन करने और इस मौके का लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “यह पंजाब, खासकर लाहौर के लोगों के लिए इमरान खान का समर्थन दिखाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।”
लाहौर हाईकोर्ट में याचिका
पार्टी ने पंजाब सरकार की इस कार्रवाई के खिलाफ लाहौर हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। इस याचिका में राज्य सरकार को पीटीआई के नेताओं और कार्यकर्ताओं को परेशान न करने और गिरफ्तारियों को रोकने का निर्देश देने की मांग की गई है। याचिकाकर्ता ने तर्क दिया है कि रैली करना किसी भी राजनीतिक दल का संवैधानिक और कानूनी अधिकार है, और इसे पीटीआई से नहीं छीना जाना चाहिए।
विपक्षी पार्टी की प्रतिक्रिया
इस बीच, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के एक कार्यकर्ता ने भी लाहौर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है, जिसमें पीटीआई को पंजाब में रैली करने से रोकने की मांग की गई है। इस याचिका के जरिए रैली को सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिहाज से जोखिम भरा बताया गया है।