नई दिल्ली। पिछले इंडोनेशिया के बाली में आयोजित किए गए जी-20 शिखर सम्मेलन दौरान कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष दूसरे से मिले थे। जहां पर प्रधानमंत्री मोदी ने चीनी विदेश मंत्रालय के दावे के हिसाब से शी जिनपिंग से मुलाकात की थी। चीन के मुताबिक, दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों में स्थिरता लाने के लिए एक समझौते पर पहुंचे थे। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने इस पूरे मामले पर अब अपना जवाब दिया है।
गुरुवार को एक सवाल के जवाब में भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ‘इंडोनेशिया के राष्ट्रपति द्वारा आयोजित रात्रिभोज के बाद प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच अनौपचारिक बातचीत हुई थी। हमारे द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर करने की आवश्यकता पर चर्चा की। जैसा कि आप सभी जानते हैं, हमने लगातार इस बात पर जोर दिया है कि पूरे मुद्दे को हल करने का रास्ता भारत-चीन सीमा के पुनर्गठन और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बहाल करने के आधार पर समाधान खोजने में निहित है।”
पिछले साल बाली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में विभिन्न देशों के नेता वैश्विक आर्थिक चुनौतियों और सहयोग पर चर्चा करने के लिए जुटे थे। कार्यक्रम से इतर, पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बैठक हुई, जो दोनों देशों के लिए अपनी चिंताओं को दूर करने और आपसी समझ और विश्वास को बढ़ाने की दिशा में काम करने का अवसर है।