
वॉशिंगटन। यूक्रेन की वजह से रूस से अमेरिका का तनाव तो चल ही रहा है। अब इस तनाव में चीन की एंट्री होती दिख रही है। अमेरिका ने चीन को सीधे तौर पर चेतावनी दी है कि अगर उसने यूक्रेन के खिलाफ रूस की मदद की, तो इसके गंभीर नतीजे हो सकते हैं। अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन के प्रेस सचिव ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने चीन को ये चेतावनी दी है। राइडर ने बुधवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि चीन की तरफ से रूस की मदद करने की जानकारी मिली है। चीन ऐसा करता लग रहा है। अमेरिका के पास हालांकि इस बारे में खुफिया सूचना नहीं है, लेकिन पेंटागन ने करीबी नजर बना रखी है और चीन का रूस को मदद करने का फैसला बहुत गलत होगा।
उधर, चीन की तरफ से भी अमेरिका से तनाव बढ़ाने का काम लगातार किया जा रहा है। अमेरिका के सुरक्षा घेरे में शामिल ताइवान के मुताबिक बुधवार को चीन के 25 लड़ाकू विमान और 3 युद्धपोत उसकी तरफ भेजे गए। इससे पहले भी ताइवान के चारों तरफ चीन की सेना युद्धाभ्यास कर चुकी है। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद पिछले साल चीन ने युद्धाभ्यास कर साफ कर दिया था कि ताइवान को अमेरिकी मदद मिलने से वो काफी खफा है और सैन्य कार्रवाई तक कर सकता है। वहीं, ताइवान भी चीन से लड़ने के लिए अमेरिका से तमाम सैन्य साजोसामान खरीद रहा है। साथ ही सभी पुरुषों के लिए सैन्य सेवा अनिवार्य भी कर दी है।
अब पेंटागन की तरफ से चीन को सीधी चेतावनी के बाद ये खबर भी आ रही है कि अगर चीन ने रूस को यूक्रेन के खिलाफ सैनिक मदद दी, तो अमेरिका और यूरोपीय देश उसके खिलाफ प्रतिबंध भी लगा सकते हैं। कुल मिलाकर चीन सागर में तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके और गंभीर रूप लेने के आसार दिख रहे हैं।