
वॉशिंगटन। एक तरफ अमेरिका की सरकार कह रही है कि पाकिस्तान को भारत से लंबित सभी मुद्दे बातचीत से सुलझाने चाहिए। वहीं, पाकिस्तान अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को जारी रखे हुए है। ये खुलासा अमेरिका की रक्षा खुफिया एजेंसी के डायरेक्टर लेफ्टिनेंट जनरल जेफ्री क्रूस ने किया है। लेफ्टिनेंट जनरल जेफ्री क्रूस ने अमेरिका की संसद में इस बारे में बयान दिया है। क्रूस के मुताबिक भारत से विवाद के कारण पाकिस्तान अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए ऐसे शस्त्रों को अपग्रेड कर रहा है। जबकि, पाकिस्तान में लोगों के पास खाने के लिए आटा तक नहीं है और भारत के पड़ोसी देश की आर्थिक हालत बहुत ही खराब है।
लेफ्टिनेंट जनरल जेफ्री क्रूस ने अमेरिका के सांसदों को बताया कि पाकिस्तान ने कश्मीर के मसले को सुलझाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और कई देशों से समर्थन मांगा है। क्रूस ने अमेरिका के सांसदों के सामने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच एलओसी पर फरवरी 2021 से असहज युद्धविराम जारी है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में आर्थिक हालात खराब होने के बाद भी वो परमाणु हथियार के आधुनिकीकरण कार्यक्रम में जुटा है। अमेरिकी सेना के टॉप सेनाधिकारियों में शामिल जेफ्री क्रूस ने कहा कि भारत के साथ विवादित मामलों की वजह से पाकिस्तान की रक्षा नीति प्रभावित हो रही है।
जेफ्री क्रूस ने अमेरिका के सांसदों को ये भी बताया कि भारत की सेना लगातार ताकत बढ़ा रही है। क्रूस ने कहा कि चीन को पछाड़ने के काम में भारत लगा है। साथ ही रूस से हथियार खरीदने के लिए अपनी निर्भरता को कम करता जा रहा है। जेफ्री क्रूस ने सांसदों को बताया कि भारत ने देश में ही विमानवाहक पोत बनाया है और सैन्य तकनीकी के हस्तांतरण के लिए कई देशों से बातचीत कर रहा है। फिलिपींस से हथियारों के भारत के सौदे के बारे में भी क्रूस ने बताया। उन्होंने कहा कि भारत ने अमेरिका, जापान, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया संग अपने सहयोग को और मजबूत भी किया है। बता दें कि अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया के साथ भारत भी क्वॉड संगठन में शामिल है।