नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के मध्य तनाव थमने का नाम नहीं ले रहा है। सम्पूर्ण विश्व में यह डर लगातार बना हुआ है कि न जाने कब रूस यूक्रेन पर हमला कर दे? हालांकि, रूस ने लगातार इस बात से इंकार किया है कि वह यूक्रेन पर हमला नहीं करेगा, तथापि यूक्रेन सीमा पर तैनात उसके करीब एक लाख सैनिक दुनिया को असमंजस की स्थिति में रखे हुए है।
समाचार एजेंसी एपी के अनुसार, क्रेमलिन अधिकारियों (रूस) ने गुरुवार को बताया कि ‘उम्मीद के लिए अब काफी कम जगह बची है।” ऐसा उन्होंने रुसी मांगों के जवाब में अमरीकी प्रतिक्रिया के संदर्भ में कहा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अभी भी संवाद के लिए दरवाजे खुले हुए हैं। वहीं, अमेरिका के राज्य सचिव एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि हमने रूस द्वारा समर्थित दो प्रमुख मांगों के विरुद्ध कोई रियायत नहीं बरती है। पहला, अमेरिका और उसके सहयोगियों को आक्रमण की तैयारी पर अंकुश लगाने के लिए; दूसरा, यूक्रेन सहित अन्य सोवियत राष्ट्रों के नाटो में प्रवेश को लेकर।
रायटर्स के अनुसार, यूक्रेन, जर्मनी, रूस और फ्रांस के राजनयिकों ने बुधवार को पेरिस में एक बैठक की और बर्लिन में आगामी दो सप्ताहों में और ज्यादा संवाद के लिए एकमत हुए हैं। बुधवार को ही, अमरीकी विभागीय प्रवक्ता नेड प्राइस ने धमकी दी कि यदि रूस, यूक्रेन पर हमला करता है, तो बाल्टिक प्राकृतिक गैस पाइपलाइन, नॉर्ड स्ट्रीम 2, जो रूस और जर्मनी के मध्य से होकर गुजरती है, उसको बंद कर दिया जाएगा।