
वॉशिंगटन। व्यापार समझौते के बावजूद भारत अपने बाजारों को अमेरिका के कुछ उत्पादों के लिए बंद रखेगा। ये बात खुद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कही है। ट्रंप ने भारत और अमेरिका के व्यापार समझौते के बारे में कहा कि दोनों देशों की डील अलग तरह की होने जा रही है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि व्यापार समझौता इस तरह का होगा कि भारत और अमेरिका एक-दूसरे के प्रतिस्पर्धी होंगे। ट्रंप ने कहा कि भारत ने बाजार बंद कर रखे हैं और इसे वो आगे भी जारी रखने वाला है। उन्होंने कहा कि बावजूद इसके टैरिफ काफी कम हो जाएगा। ट्रंप ने कहा कि भारत और अमेरिका जल्दी ही व्यापार समझौता करने वाले हैं। ट्रंप के बयान से साफ संकेत मिल रहा है कि मोदी सरकार किसी तरह दबाव में न आकर अमेरिका से व्यापार समझौता कर रही है।
सूत्रों के हवाले से पहले ये खबर आई थी कि भारत ने अमेरिका के डेयरी और कृषि उत्पादों समेत कई चीजों के लिए अपने बाजार न खोलने का फैसला कर रखा है। मोदी सरकार नहीं चाहती कि विदेश से कृषि और डेयरी उत्पाद भारत के बाजार में आएं और इससे किसानों और दुग्ध उत्पादकों का नुकसान हो। माना जा रहा है कि ट्रंप ने इन्हीं उत्पादों के लिए भारत के बाजार आगे भी बंद रहने की बात कही है। व्यापार समझौते पर बातचीत के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका में है। भारतीय प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख राजेश अग्रवाल हैं।
व्यापार समझौते की शर्तें तय करने के लिए भारत और अमेरिका के प्रतिनिधिमंडलों के बीच गुरुवार और शुक्रवार को भी बातचीत होनी है। भारत और अमेरिका कोशिश कर रहे हैं कि 9 जुलाई 2025 से पहले व्यापार समझौता कर लिया जाए। इसकी वजह ये है कि 9 जुलाई से ट्रंप की ओर से घोषित रेसिप्रोकल टैरिफ फिर से लागू हो जाएगा। ट्रंप ने भारत पर 26 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया था। डोनाल्ड ट्रंप लगातार कहते रहे हैं कि भारत बहुत ज्यादा टैरिफ लेता है। फिलहाल अमेरिका ने भारत पर 10 फीसदी टैरिफ लगा रखा है। अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने जब भारत समेत तमाम देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने की बात कही थी, उसी वक्त पीएम नरेंद्र मोदी ने वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को अमेरिका भेजा था। उसके बाद भारत और अमेरिका ने व्यापार समझौता की शर्तें तय करने के लिए विशेष प्रतिनिधियों की नियुक्ति की थी।