इस्लामाबाद। तोशाखाना मामले में पुलिस की गिरफ्तारी से फिलहाल बचने के बाद पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने खुद की जान को मौजूदा सरकार से खतरा बताया है। इमरान खान ने पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस उमर अता बंदियाल से सुरक्षा की मांग कर दी है। इससे पहले रविवार को तोशाखाना मामले में इस्लामाबाद पुलिस वॉरंट लेकर इमरान खान के घर पहुंच गई थी। इमरान घर से निकलकर कहीं छिप गए। उनके समर्थक भी बड़ी तादाद में बाहर थे। पुलिस ऐसे में खाली हाथ लौट गई। जिसके बाद इमरान खान अपने घर लौटे। उन्होंने अपनी पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ के कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया। इमरान खान ने कहा कि वो न कभी किसी के सामने झुके हैं और न झुकेंगे। उन्होंने पीएम शहबाज शरीफ के बारे में कहा कि हमारा पीएम दुनियाभर में भीख मांगकर पाकिस्तान की बेइज्जती करा रहा है।
इमरान खान ने अपनी गिरफ्तारी वॉरंट को गैरकानूनी बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि शहबाज शरीफ की सरकार उनको रास्ते से हटाना चाहती है। इमरान खान ने कहा कि सरकार ने देश को खराब हालत में पहुंचा दिया है। लोग महंगाई और कर्ज से दबे हैं। इमरान ने कहा कि पाकिस्तान की कंगाली की वजह सरकार के लोग हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के नेताओं ने जनता के पैसे से विदेश में संपत्तियां खरीदी हैं। इमरान ने ये भी कहा कि सत्ता के लोग और सेना उनकी हत्या करना चाहते हैं। इमरान ने कहा कि उनकी लड़ाई हक और आजादी के लिए है।
इमरान खान पर आरोप है कि पाकिस्तान का पीएम रहते वक्त अपनी संपत्ति और खासकर विदेश में मिले तोहफों की जानकारी छिपाई। इमरान खान पर आरोप लगा है कि तोशाखाना से उन्होंने खुद को मिले गिफ्ट मामूली कीमत पर खरीदे और बाद में ऊंचे दाम पर बेच दिए। पाकिस्तान के तोशाखाना में पीएम, राष्ट्रपति और सरकार में शामिल अन्य लोगों के महंगे तोहफे रखे जाते हैं। कोर्ट ने इमरान खान को इसी मसले पर कल यानी 7 मार्च को तलब किया है। इससे पहले पुलिस के गिरफ्तारी वॉरंट लेकर पहुंचने को ही इमरान खान ने मुद्दा बनाया है। इस बीच, पाकिस्तान में टीवी चैनलों पर कंटेंट पर नजर रखने वाली संस्था पेमरा ने कहा है कि इमरान खान से जुड़ी कोई खबर टीवी पर न दिखाई जाए।