नई दिल्ली। फ्रांस सरकार ने इमाम द्वारा भड़काऊ तकरीरें दिए जाने के बाद ब्यूवैस स्थित मस्जिद को बंद करने का निर्देश दिया है। इमाम के भड़काऊ तकरीरों से सामाजिक सोहार्द के खतरे में पड़ने की संभावना को ध्यान में रखते हुए उक्त कदम उठाया गया है। पिछले कुछ दिनों से लगातार इमाम द्वारा भड़काउ बयानबाजी करने का सिलसिला जारी था। इस आदेश के बाद मस्जिद को आगामी 6 माह तक के लिए बंद करने का निर्देश दिया गाय है। बता दें कि यह कदम तब उठाया गया जब फ्रांस सरकार में मंत्री गेराल्ड डार्मिनिन ने सरकार का ध्यान इस ओर दिलाया था कि मस्जिद में इमाम लोगों के जेहन में यहुदियों और ईसाइयों के प्रति नफरत की भावना अपनी तकरीरों से भर रहा है।
मंत्री ने इस बात पर भी जोर देते हुए कहा था कि अगर समय रहते उपयुक्त कदम नहीं उठाया गया, तो यह स्थिति समाज की शांति-व्यवस्था में खलल पैदा कर सकती है। इन्हीं सब स्थितियों को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है। वहीं, कथित तौर पर स्थानीय प्राधिकरण मस्जिद को बंद करने से 10 पूर्व ही सूचना देनी चाहिए थी, लेकिन सरकार ऐसा कोई भी फैसला लेने जा रही है, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई और अब महज दो दिन के दरम्यान मस्जिद को बंद करना आसान नहीं है। वहीं, कथित तौर पर सरकार के इस कदम के बाद भड़ाकाऊ तकरीरें देने वाले इमाम को निलंबित कर दिया गया है।
इमाम पर आरोप है कि उसने गैर-इस्लामिक लोगों के खिलाफ जिहाद करने का फरमान भी जारी किया था। इमाम पर आरोप है कि उसने इस्लाम को पश्चिमी ताकतों से बचाने वाले लोगों के नाम तारीफों के कसीदे भी पढ़े थे। बता दें कि अक्टूबर 2020 में एक शिक्षक के द्वारा मोहम्मद की विवादित तस्वीर बनाने के बाद मस्जिद की इमाम की तरफ से इस तरह की भड़काऊ तकरीरें दी जाने लगी। इससे पहले गृह मंत्रालय ने इस महीने कहा था कि हाल के महीनों में फ्रांस की कुल 2,600 से अधिक की संख्या में से लगभग 100 मस्जिदों और मुस्लिम प्रार्थना कक्षों की जांच इस संदेह के कारण की गई है कि वे “अलगाववादी” विचारधारा फैला रहे थे।