
बहावलपुर। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सीनियर कमांडर मौलाना अब्दुल अजीज इसर सोमवार को पंजाब प्रांत के भाक्कर जिले स्थित अशरफवाला में मरा मिला। बताया जा रहा है कि जैश कमांडर अजीज की लाश संदिग्ध हालत में पाई गई। हालांकि, जैश-ए-मोहम्मद का दावा है कि मौलाना अब्दुल अजीज इसर को दिल का दौरा पड़ा था। अब्दुल अजीज इसर ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के खिलाफ जमकर आग उगली थी। जैश-ए-मोहम्मद का वो खूंखार आतंकी सरगनाओं में से एक माना जाता था। चर्चा इसकी है कि जैश कमांडर मौलाना अब्दुल अजीज इसर को अज्ञात लोगों ने मार दिया।
मौलाना अब्दुल अजीज इसर ने मई में जैश की एक जनसभा से भारत को धमकी दी थी। उसने कहा था कि भारत पर हमला कर उसे कई हिस्सों में बांट दिया जाएगा। जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर स्थित मुख्यालय पर भारत के हमलों से मौलाना अब्दुल अजीज इसर बौखला गया था। जैश के आतंकी हमले संबंधी फैसले लेने वाले नेताओं में अब्दुल अजीज इसर भी था। भारत में जैश की तरफ से किए गए तमाम हमलों का उसे मास्टरमाइंड माना जाता है। जैश को अपने कमांडर मौलाना अब्दुल अजीज इसर की मौत से बड़ा झटका जरूर लगा होगा। खास बात ये है कि अब्दुल अजीज इसर की मौत पर पाकिस्तान के किसी भी हुक्मरान या सेना के अफसर की प्रतिक्रिया तक नहीं आई है। सुनिए कैसे अब्दुल अजीज इसर ने भारत को बीते दिनों धमकी दी थी।
The most Notorious Jaish-E-Mohammad senior leader (Terrorist) Maulana Abdul Aziz Esar is dead (02-06-2025)
He was from Ashrafwala, Kallur Kot, Bhakkar District in the Punjab Province of Pakistan
According to JeM sources he died of a heart attack (No confirmation on his death… pic.twitter.com/3Mwgrc9X1a
— OsintTV 📺 (@OsintTV) June 3, 2025
इससे पहले 18 मई को अज्ञात हमलावरों ने पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के बड़े आतंकी सैफुल्लाह खालिद निजामणी को मार गिराया था। वो भारत में तीन बड़े आतंकी हमले का मास्टरमाइंड था। रामपुर स्थित सीआरपीएफ कैंप के अलावा सैफुल्लाह ने बेंगलुरु के भारतीय विज्ञान संस्थान में आतंकी हमला कराया था। इसके अलावा उसने आरएसएस के नागपुर स्थित मुख्यालय पर हमले की साजिश भी रची थी। निजामणी को लश्कर चीफ हाफिज सईद का बहुत खास माना जाता था। वो नेपाल में रहकर लश्कर-ए-तैयबा के लिए फंडिंग जुटाता था। पाकिस्तान में बीते करीब 3 साल से अज्ञात हमलावरों ने कई आतंकियों को मौत के घाट उतारा है। एक भी मामले में पाकिस्तान की पुलिस किसी हमलावर को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।