नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश पर चीन द्वारा बार-बार अपना दावा करने को लेकर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक बार फिर पड़ोसी देश को नसीहत देते हुए चेतावनी दी है। विदेश मंत्री ने गुजरात के सूरत में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि अगर मैं आपके घर का नाम बदल दूं तब क्या वह मेरा हो जाएगा? अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा था, है और रहेगा। नाम बदल देने से कुछ नहीं होता है। हमारी सेना एलएसी पर तैनात है और सेना को पता है कि उसे वहां क्या करना है। आपको बता दें पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अरुणाचल प्रदेश दौरे और सेला टनल के उद्घाटन के बाद से चीन बिलबिलाया हुआ है।
#WATCH | Surat, Gujarat: On China’s claim regarding Arunachal Pradesh, EAM Dr S Jaishankar says, “If today I change the name of your house, will it become mine? Arunachal Pradesh was, is and will always be a state of India. Changing names does not have an effect…Our army is… pic.twitter.com/EaN66BfNFj
— ANI (@ANI) April 1, 2024
एस जयशंकर की ये टिप्पणियां ऐसे वक्त पर आई हैं, जब आज ही चीन ने अरुणाचल प्रदेश के कई हिस्सों के नाम में बदलाव की घोषणा की है। चीन के सरकारी मीडिया ‘ग्लोबल टाइम्स’ के मुताबिक, चीनी नागरिक मामलों के मंत्रालय ने ‘जंगनान’ में मानकीकृत भौगोलिक नामों की चौथी सूची जारी की। चीन अरुणाचल प्रदेश को ‘जंगनान’ कहता है और दक्षिण तिब्बत के हिस्से के रूप में इस राज्य पर अपना दावा करता है। चीन ने अरुणाचल प्रदेश के 30 स्थानों को अपना बताते हुए उनका नाम बदल दिया है।
चीन से पब्लिश होने वाले साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक, अरुणाचल के 11 रिहायशी इलाके,12 पहाड़, 4 नदियों एक तालाब और एक पहाड़ी रास्ते को नया नाम दिया गया है। इनमें से कुछ नाम रोमन भाषा में वहीं, कुछ नाम चीनी और तिब्बती भाषा में जारी किए गए हैं। चीन की ओर से ऐसा पहली बार नहीं किया गया है। इससे पहले अप्रैल 2023 में चीन ने अरुणाचल प्रदेश के 11 जगहों का नाम अपने नक्शे में बदल दिया था। इससे पहले भी 2021 में 15 और 2017 में 6 जगहों का नाम बदला था। ऐसा करके चीन अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों पर अपनी दावेदारी जताने की कोशिश कर रहा है।