
नई दिल्ली। कभी जिस राजनेता की पाकिस्तान की सियासत में तूती बोला करती थी..आज उसकी दुर्गति अपने चरम पर पहुंच चुकी है या यूं कहें कि अब इनका सियासी करियर खत्म होने के कगार पर आ चुका है। उम्मीद है, आप समझ ही गए होंगे कि किस महानुभाव से आपका तारूफ कराने जा रहे हैं। जी बिल्कुल, सही फरमाएं आप, हम पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की बात कर रहे हैं। साहब के सितारे इन दिनों गर्दिश में हैं। पहले तो साहब को वजीर-ए-आजम की कुर्सी गंवानी पड़ी। इसके बाद चुनाव आयोग ने संसद से बाहर का रास्ता दिखाया। हालांकि, जब लॉन्ग मार्च के दौरान हमला हुआ तो साहब ने सियासी सहानुभूति बटोरने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था, लेकिन पाकिस्तान की आवाम ने अपनी मेहरबानी नहीं बरसाई और अब बाकी की रही सही कसर पाकिस्तानी चुनाव आयोग लगता है पूरी करके ही दम लेगा।
दरअसल, खबर है कि पाकिस्तानी चुनाव आयोग इमरान खान से तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की कमान कभी-भी छीन सकता है। आयोग ने इस बात के संकेत देकर इमरान की नींद उड़ा दी है। अगर ऐसा हुआ तो इमरान के सियासी करियर के लिए यह अब तक सबसे बड़ा झटका होगा। बता दें, तोशखान तोप मामले में आयोग इमरान खान के खिलाफ यह कार्रवाई कर सकता है। ध्यान रहे, इस मामले में पहले इमरान खान को संसद से बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है, जिसके बाद अब उनसे पीटीआई की कमान छीने जाने के संकेत दिए जा चुके हैं। अब आगामी दिनों में आयोग क्या कुछ कदम उठाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन आइए उससे पहले जान लेते हैं कि तोशखाना मामला क्या है, जिसने इमरान की लुटिया डुबो रखी है।
आपको बता दें, 1974 में स्थापित हुए तोशखाना में पाकिस्तानी राजनेताओं को विदेश में मिले उपहारों को संग्रहित करके रखा जाता है, जिसे कम मूल्य में बेचे जाने का आरोप इमरान खान पर लगा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान पर 10.8 करोड़ रुपए के उपहारों को 2.15 करोड़ रूपए में बेचने के आरोप लग चुके हैं। जिसे लेकर चुनाव आयोग पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रहा है। अब तक हुई कार्रवाई में इमरान अपना बहुत गंवा चुके हैं। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में पूर्व पीएम के खिलाफ क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।