
तेहरान। ईरान ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के बाद सख्त रिएक्शन दिया है। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामनेई के सलाहकार अली लारीजानी ने कहा है कि ईरान परमाणु हथियार बनाने की दिशा में नहीं गया है, लेकिन अगर परमाणु मसले पर कुछ गलत किया, तो हम अपनी सुरक्षा के लिए परमाणु हथियार बनाने की दिशा में जा सकते हैं। अली लारीजानी ने कहा कि ईरान परमाणु हथियार बनाना नहीं चाहता है, लेकिन अगर कुछ गलत हुआ, तो उसके पास और कोई रास्ता नहीं बचेगा।
अली लारीजानी ने ये भी कहा कि ईरान के सुप्रीम लीडर खामनेई ने साफ कहा है कि उनका देश किसी के सामने नहीं झुकेगा। लारीजानी ने कहा कि अगर अमेरिका और इजरायल की तरफ से ईरान पर हमला किया जाता है, तो ईरान भी अपने पहले के रुख से अलग फैसला ले सकता है। दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को ये धमकी दी थी कि अगर ईरान ने परमाणु समझौता नहीं किया, तो उस पर ऐसी बमबारी की जाएगी कि जैसा उसने कभी नहीं देखा होगा। इसके बाद ईरान के राष्ट्रपति महमूद पेजेश्कियन ने पलटवार करते हुए कहा था कि अमेरिका से ईरान सीधी बातचीत नहीं करेगा। वो दूसरे देशों के जरिए बातचीत कर सकता है। पेजेश्कियन के इस बयान के बाद अब ईरान के सुप्रीम लीडर की तरफ से परमाणु हथियार मसले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी गई है।
बराक ओबामा के राष्ट्रपति रहते अमेरिका, ईरान और पश्चिमी देशों के बीच परमाणु समझौता हुआ था। डोनाल्ड ट्रंप जब पहली बार अमेरिका के राष्ट्रपति बने, तो उन्होंने ईरान से हुए परमाणु समझौते को रद्द कर दिया। अब ट्रंप चाहते हैं कि नया परमाणु समझौता हो और ईरान मान ले कि वो कभी भी परमाणु हथियार नहीं बनाएगा। वहीं, ईरान का कहना है कि इजरायल और अमेरिका से उसे खतरा है। ईरान की अमेरिका और इजरायल के साथ पुरानी तनातनी है। ट्रंप की तरफ से बमबारी की धमकी देने के बाद ईरान ने भी खाड़ी में अमेरिका के ठिकानों की तरफ रुख कर अपनी मिसाइलों को तैनात कर दिया है।