यरुशलम/तेहरान। सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनई की तरफ से आदेश दिए जाने पर ईरान की तरफ से 180 से ज्यादा मिसाइलें दागने के बाद इजरायल के साथ उसकी बड़ी जंग होने के आसार दिख रहे हैं। इससे मध्य एशिया में हालात बिगड़ सकते हैं। इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू ने कहा है कि ईरान को मिसाइल हमले की कीमत चुकानी होगी। इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट की बैठक के बाद नेतनयाहू ने कहा कि विश्व में सबसे उन्नत इजरायल की वायु सुरक्षा प्रणाली के कारण ईरान का हमला विफल रहा। उन्होंने अमेरिका को समर्थन के लिए धन्यवाद भी दिया। इजरायल की सेना ने कहा है कि उसने ईरान की 180 मिसाइलों को नष्ट कर दिया। हालांकि, कुछ मिसाइलें इजरायल के दक्षिणी हिस्से में गिरीं।
#WATCH | Hebron, West Bank: A wave of missiles seen over West Bank as Iran strikes at Israel.
(Source: Reuters) pic.twitter.com/yJbTBSB335
— ANI (@ANI) October 1, 2024
#WATCH | IDF Spokesperson RAdm. Daniel Hagari says, “Iran launched a large-scale attack of over 180 ballistic missiles directly from Iranian soil at the state of Israel. There were a small number of hits in the centre of Israel and some other hits in southern Israel. The majority… pic.twitter.com/rAKGmVLjwV
— ANI (@ANI) October 1, 2024
#WATCH | Pentagon Press Secretary Air Force Maj. Gen. Pat Ryder says, “… Iran conducted a significant attack against Israel today, launching approximately 200 ballistic missiles… We condemn these reckless attacks by Iran and we call on Iran to halt any further attacks… US… pic.twitter.com/1oZDUEso6b
— ANI (@ANI) October 1, 2024
वहीं, ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन ने इजरायल को चेतावनी दी और कहा है कि उनका देश युद्ध नहीं चाहता। ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि उनके देश की सुरक्षा और शांति के उद्देश्य से नेतनयाहू सरकार की आक्रामकता का जवाब दिया गया। ये ईरान और उसके नागरिकों के हित की रक्षा के लिए था। ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि ये हमारी ताकत का हिस्सा है। ईरान से संघर्ष न करें। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराक्ची ने कहा है कि ईरान ने आत्मरक्षा की है और अगर इजरायल जवाबी कार्रवाई का फैसला नहीं करता, तब तक ईरान हमला नहीं करेगा। दूसरी तरफ, ईरान की सेना ने धमकी दी है कि अगर इजरायल के समर्थक देशों (अमेरिका, ब्रिटेन) ने सीधे हस्तक्षेप किया, तो उनको भी ईरान के ताकतवर हमले का सामना करना होगा।
#WATCH | US President Joe Biden says, “Today, at my direction, the United States military actively supported the Defense of Israel, and we’re still assessing the impact… The attack appears to have been defeated and ineffective. This is a testament to the Israeli military… pic.twitter.com/FFGrLtyDgh
— ANI (@ANI) October 1, 2024
#WATCH | US Vice President Kamala Harris says, “Today, Iran launched approximately 200 ballistic missiles at Israel in a reckless embrace an attack. I condemn this attack unequivocally. Iran is a destabilizing, dangerous force in the Middle East, and today’s attack on Israel only… pic.twitter.com/dKgSg2GTJ7
— ANI (@ANI) October 1, 2024
#WATCH | United Kingdom PM Keir Starmer says, “In the last few hours, the Iranian regime has launched over 200 ballistic missiles at civilian targets in Israel. It’s too soon to assess the impact fully, but I condemn this attempt by the Iranian regime to harm innocent Israelis,… pic.twitter.com/LIMz2GWJ4y
— ANI (@ANI) October 1, 2024
इजरायल पर ईरान की तरफ से दागी गई कई मिसाइलों को खाड़ी में तैनात अमेरिका के युद्धपोतों ने भी रक्षा प्रणाली के जरिए ध्वस्त किया। इजरायल पर ईरान के मिसाइल हमले के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उनके निर्देश पर अमेरिका की सेना ने इजरायल की रक्षा की। बाइडेन ने कहा कि ईरान का हमला पूरी तरह विफल रहा है। ये इजरायल और अमेरिका की सैन्य क्षमता दिखाता है। इजरायल के पक्ष में खड़े ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर ने कहा कि उनका देश यहूदी राष्ट्र के साथ मजबूती से खड़ा है। ब्रिटेन के पीएम ने इजरायल पर ईरान के मिसाइल हमले की कड़ी निंदा की है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्री जॉन हीली ने दावा किया कि उनके देश की सेना ने मिसाइल हमले से हालात बिगड़ने को रोकने में भूमिका निभाई। हालांकि, उन्होंने ये नहीं बताया कि ये भूमिका किस तरह की थी।