Alibaba के फाउंडर जैक मा अचानक आए सामने, अक्टूबर के बाद से ही थे गायब
Jack Ma: जैक मा सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं, लेकिन कुछ महीनों से उनकी कोई नई पोस्ट भी सामने नहीं आई थी। ऐसे में लोगों का कहना था कि जैक मा को चीनी सरकार की आलोचना करने की कीमत चुकानी पड़ रही है।
नई दिल्ली। कुछ दिन पहले खबर सामने आई थी कि, चीन में अलीबाबा समूह के फाउंडर जैक मा पिछले कुछ महीनों से लापता हैं। उनके लापता होने को लेकर कहा जा रहा था कि, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अप्रत्यक्ष रूप से आलोचना करना जैक मा को काफी भारी पड़ गया। जिसके बाद से जैक मा कुछ महीने से नजर नहीं आ रहे थे। उनके लापता होने की आशंका इसलिए भी लगाई जा रही थी क्योंकि जैक मा सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं, लेकिन कुछ महीनों से उनकी कोई नई पोस्ट भी सामने नहीं आई थी। ऐसे में लोगों का कहना था कि जैक मा को चीनी सरकार की आलोचना करने की कीमत चुकानी पड़ रही है। फिलहाल चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुख्य रिपोर्टर किंगकिंग चेन ने अब जैक मा को लेकर एक ट्वीट करके कहा, ‘जैक मा गायब नहीं हुए हैं, ये देखिए, बुधवार सुबह 100 गांव के टीचर्स के साथ जैक मा ने एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की, जिसमें कहा गया कि कोरोना के बाद, हम एक-दूसरे से फिर से मिलेंगे।’
बता दें कि अलीबाबा जैसे ग्रुप के मालिक जैक मा चीन के तीसरे सबसे बड़े अरबपति कारोबारी भी हैं। गौरतलब है कि अक्टूबर के बाद से ही जैक मा सार्वजनिक रूप से कहीं नजर नहीं आए थे। ग्लोबल टाइम्स के रिपोर्टर ने कहा कि जैक मा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश के 100 ग्रामीण टीचर्स से बातचीत की। कभी अंग्रेजी के टीचर रहे जैक मा ने बुधवार को एक वीडियो के माध्यम से गांव के टीचर्स को भी शुभकामनाएं दी। जैक मा के सामने आने को लेकर चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने एक वीडियो भी साझा किया है। इसमें जैक मा को सभा को संबोधित करते हुए देखा जा सकता है।
Jack Ma Yun, the English teacher turned entrepreneur and former executive chairman of #Alibaba, showed up at a rural teacher-themed social welfare event via video link on Wed, his first public appearance since Alibaba came under tougher regulatory scrutiny.https://t.co/VXywPHEeyv pic.twitter.com/DKCXhASIhu
— Global Times (@globaltimesnews) January 20, 2021
दरअसल जैक मा जिस मीटिंग को संबोधित करते देखे जा रहे हैं उसमें वो हर साल सान्या गांव के टीचर्स के साथ बातचीत करते हैं, लेकिन कोरोना महामारी के कारण, यह बैठक इस साल वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई।