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Xi Jinping : जिनपिंग चीनी सेना को बनाने जा रहे ‘ग्रेट वाल ऑफ स्टील’, तीसरे कार्यकाल में नए प्लान पर काम करेगा चीन

Xi Jinping :राष्ट्रपति जिनपिंग ने बाहरी हस्तक्षेप और ताइवान स्वतंत्रता को लेकर अलगाववादी गतिविधियों का कड़ाई से विरोध करने की बात कही। साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय पुनर्मिलन की प्रक्रिया को मजबूती से आगे बढ़ाने की जरूरत बताई।

बीजिंग। जब से तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग बने हैं तब से उनकी सरकार की बयानबाजी तेज।हो गई है। चीन की सरकार ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) को लेकर सोमवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि PLA को ‘ग्रेट वाल ऑफ स्टील’ बनाने की जरूरत है ताकि देश की संप्रभुता की रक्षा हो सके। राष्ट्रपति और सेना प्रमुख के रूप में अपने अभूतपूर्व तीसरे 5 वर्षीय कार्यकाल की शुरुआत करते हुए जिनपिंग ने यह बात कही। उन्होंने अपनी अगुवाई वाली सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के नेतृत्व को कायम रखने की भी अपील की। उन्होंने हमेशा आत्म-सुधार करते रहने, भ्रष्टाचार से दृढ़ता से लड़ने का साहस रखने के महत्व पर फोकस किया।

आपको बता दें कि NPC समापन समारोह में अपने भाषण में जिनपिंग ने कहा कि CPC जैसी बड़ी पार्टी के सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए सतर्क और दृढ़ रहना होगा। चीन की रबर-स्टांप संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (NPC) के समापन सत्र में आज लगभग 3,000 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। एनपीसी को संबोधित करते हुए चीनी राष्ट्रपति ने सभी मोर्चों पर राष्ट्रीय रक्षा और सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण को आगे बढ़ाने पर बल दिया। उन्होंने देश की सशस्त्र सेना को ‘ग्रेट वाल ऑफ स्टील’ के रूप में बनाने की मांग की जो राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और विकास हितों की प्रभावी ढंग से सुरक्षा में तैनात रक सके।

गौरतलब है कि चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग ने बाहरी हस्तक्षेप और ताइवान स्वतंत्रता को लेकर अलगाववादी गतिविधियों का कड़ाई से विरोध करने की बात कही। साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय पुनर्मिलन की प्रक्रिया को मजबूती से आगे बढ़ाने की जरूरत बताई। जिनपिंग ने सशस्त्र बलों को आधुनिक और मजबूत बनाने की बात ऐसे समय कही है जब LAC पर भारत के साथ तनाव चल रहा है। साथ ही ताइवान के साथ भी रस्साकशी तेज है। भारत और चीन के बीच कई दौर की कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर बातचीत हुई है, मगर तनाव पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। दोनों देशों के संबंध दशकों में सबसे निचले स्तर बने हुए हैं।