नई दिल्ली। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बुधवार को एक भयानक विस्फोट हुआ, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। यह धमाका शरणार्थी मंत्रालय के परिसर में हुआ, जिसमें तालिबान के शरणार्थी मंत्री खलील रहमान हक्कानी और उनके तीन बॉडीगार्ड्स समेत कई लोगों की मौत हो गई। यह विस्फोट उस समय हुआ जब खलील रहमान हक्कानी खोस्त से आए शरणार्थियों के एक समूह की मेजबानी कर रहे थे। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, यह आत्मघाती हमला बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हमले में आत्मघाती हमलावर की भी मौत हो गई, और कई अन्य लोग घायल हुए हैं।
BREAKING🚨🇦🇫
Khalil Haqqani, the Taliban’s refugee minister and the most wanted terrorist, got killed in the Bomb Blast in Kabul, Afganistan.
The US had announced a reward of USD 5 million for information on Haqqani. The United Nations had also declared him a global… pic.twitter.com/qjqJhPDyy4
— THE MEDICINE TIMES (@AngadSh68611530) December 11, 2024
तालिबान को बड़ा झटका
खलील रहमान हक्कानी तालिबान के शीर्ष नेतृत्व का एक अहम हिस्सा थे। उनकी मौत तालिबान के लिए एक बड़ा झटका मानी जा रही है। धमाके के बाद शरणार्थी मंत्रालय के परिसर में अफरातफरी मच गई और सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े हो गए।
तालिबान सरकार का बयान
तालिबान सरकार ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और इसे उनके नेतृत्व को अस्थिर करने की साजिश बताया है। हालांकि, उन्होंने अब तक किसी विशेष संगठन या समूह को इस हमले के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया है। तालिबान ने हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने और भविष्य में ऐसे हमलों को रोकने के लिए कई उपायों की घोषणा की है। इस घटना ने अफगानिस्तान में सुरक्षा की स्थिति पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। धमाके के कारण घायल हुए लोगों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।