सियोल। दक्षिण कोरिया में राजनीतिक उथलपुथल मच सकती है। विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति यून सुक योल को चेतावनी दी है कि वो पद से इस्तीफा दें या फिर महाभियोग के लिए तैयार रहें। राष्ट्रपति योल खुद अपनी ही पीपुल्स पावर पार्टी में भी घिर गए हैं। पीपुल्स पावर पार्टी ने मार्शल लॉ लगाने के राष्ट्रपति यून सुक योल के फैसले को भयानक बताते हुए इसके लिए जिम्मेदारी तय करने की मांग की है। वहीं, दक्षिण कोरिया के मजदूर संघ ने योल का इस्तीफा होने तक हड़ताल का एलान किया है। मजदूर संघ का कहना है कि राष्ट्रपति यून सुक योल ने लोकतंत्र के खिलाफ कदम उठाया। राष्ट्रपति यून सुक योल ने मंगलवार को दक्षिण कोरिया में मार्शल लॉ लगा दिया था। इसपर दक्षिण कोरिया के 190 सांसद इकट्ठा हुए और उन्होंने राष्ट्रपति की तरफ से मार्शल लॉ लगाने के खिलाफ एकमत से वोट दिया। संसद से पास प्रस्ताव को कैबिनेट ने भी मंजूर कर लिया। जिसके बाद राष्ट्रपति यून सुक योल ने मार्शल लॉ हटाने का आदेश जारी किया।
दक्षिण कोरिया में कुल 6 घंटे अफरातफरी वाले रहे। इस दौरान बड़ी तादाद में आम जनता भी सड़कों पर निकली और मार्शल लॉ का विरोध किया। राष्ट्रपति यून सुक योल की तरफ से आपातकालीन मार्शल लॉ के एलान के बाद दक्षिण कोरिया की सेना और पुलिस ने संसद भवन को घेर लिया था। हेलीकॉप्टर के जरिए कई सैनिक संसद भवन की छत पर उतरकर भीतर भी पहुंच गए थे, लेकिन सांसद वहां जुट गए और मार्शल लॉ के खिलाफ प्रस्ताव पर वोट किया। अब विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति यून सुक योल से इस्तीफा देने या महाभियोग का सामना करने की बात कहने के बाद दक्षिण कोरिया में राजनीति नया मोड़ लेने की ओर बढ़ती दिख रही है। राष्ट्रपति यून सुक योल ने मार्शल लॉ लगाने का एलान करते हुए कहा था कि विपक्ष सत्ता विरोधी गतिविधियों में शामिल है और सरकार को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति की नाराजगी विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के हालिया कदमों की वजह से लग रही है। डेमोक्रेटिक पार्टी ने बीते दिनों दक्षिण कोरिया के 677 ट्रिलियन वॉन वाले बजट में कुछ कटौती का प्रस्ताव पास करा लिया था। राष्ट्रपति यून सुक योल ने कहा था कि विपक्ष ने देश को चलाने के लिए जरूरी खर्चों में भी कटौती शुरू की है। अब सबकी नजर इस पर है कि विपक्षी दलों के साथ ही खुद की ही पार्टी में घिरने के बाद दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति पद से यून सुक योल इस्तीफा देते हैं या टकराव का रास्ता अख्तियार करते हैं।