भारत-चीन के बीच उपजे तनाव में अपनी रोटी सेंकना चाहता है पाकिस्तान, ISI मुख्यालय में दिखी हरकत
बता दें कि बैठक में पाकिस्तानी सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा, नेवी चीफ जफर महमूद अब्बासी और वायुसेना प्रमुख मार्शल मुजाहिद अनवर खान शामिल थे। इसके अलावा ISI और पाकिस्तानी की सेना के कई आला अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहे।
नई दिल्ली। भारत-चीन सैनिकों के बीच लद्दाख में हिंसक झड़प पर अब पाकिस्तान भी अपनी रोटी सेंकने में लगा हुआ है। इतना पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजेंसी ISI अब भारत-चीन विवाद का फायदा उठाकर कश्मीर घाटी में अस्थिरता पैदा करने का रास्ता तलाशने में जुट गई है। हालांकि, यह बात किसी से छिपी नहीं है कि पाकिस्तान लगातार भारत को परेशान करने के लिए नापाक साजिशों को अंजाम देता रहा है, ऐसे में जब भारत और चीन के बीच एलएसी पर तनाव की स्थिति है तो उसको भुनाने के लिए पाकिस्तान फिर से किसी साजिश को अंजाम दे सकता है।
बता दें कि सोमवार को ही लद्दाख में भारत-चीन सैनिकों की झड़प की खबर आई। जिसमें भारत के 20 सैनिक शहीद हुए। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, चीन को भी काफी नुकसान हुआ। उसके 43 सैनिक या तो मारे गए या घायल हुए। इस बीच ड्रैगन को दोस्त बताने वाले पाकिस्तान में बैठकों का दौर शुरू हो गया है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के मुख्यालय में तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने अहम बैठक हुई। आपको बता दें कि ऐसा करीब दो साल बाद हुआ है जब ISI मुख्यालय में तीनों सेनाओं के प्रमुखों बैठक की हो।
बता दें कि बैठक में पाकिस्तानी सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा, नेवी चीफ जफर महमूद अब्बासी और वायुसेना प्रमुख मार्शल मुजाहिद अनवर खान शामिल थे। इसके अलावा ISI और पाकिस्तानी की सेना के कई आला अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहे। पाकिस्तानी सेना की ओर से जारी बयान में तीनों सेनाओं के प्रमुखों के बीच हुई इस बैठक में नियंत्रण रेखा और कश्मीर के हालात पर चर्चा की गई है।
वहीं पाकिस्तानी अखबार डॉन ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर ब्रीफिंग के लिए ISI के मुख्यालय में तीनों सेनाओं के प्रमुखों का इस तरह साथ आना काफी दुर्लभ है। कभी-कभी ऐसा मौका आता है, जब इस तरह से देखने को मिलता है।