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Pakistan: पाकिस्तान में पीएम शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आरिफ अल्वी में ठनी, वजह बना ये बिल

पीएम ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति अपने दफ्तर के काम और संविधान से ज्यादा इमरान खान के प्रति समर्पित हैं। शहबाज ने ये भी कहा कि राष्ट्रपति अल्वी ने अपने दफ्तर का भी अपमान किया है। वो पीटीआई के चीफ इमरान खान के आदेश मानते हैं। अल्वी इससे पहले भी कई बार शहबाज शरीफ सरकार के बिल लौटाते रहे हैं।

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अब राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी और पीएम शहबाज शरीफ के बीच जंग होने लगी है। वजह सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और जजों के अधिकारों में कटौती का बिल है। शहबाज शरीफ सरकार ने संसद से बिल पास कराकर दस्तखत के लिए राष्ट्रपति अल्वी को भेजा था। अल्वी ने इसे लौटा दिया। इससे शहबाज शरीफ भड़क गए। उन्होंने राष्ट्रपति अल्वी को इमरान खान की पार्टी पीटीआई का कार्यकर्ता तक कह दिया। बता दें कि पीटीआई ने इस बिल की निंदा करते हुए इसे न्यायपालिका पर हमला बताया था। बिल के तहत जजों के खुद संज्ञान लेने और पीठों के गठन के फैसले प्रभावित किए जा सकते हैं।

Pakistan Prime Minister Shehbaz Sharif

आरिफ अल्वी पर निशाना साधते हुए शहबाज शरीफ ने कहा कि राष्ट्रपति ने संसद से पास सुप्रीम कोर्ट संबंधी बिल को लौटा दिया। ये सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है। शहबाज ने कहा कि राष्ट्रपति ने कुछ काम के जरिए अपने दफ्तर को भी बौना कर दिया है। पीएम ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति अपने दफ्तर के काम और संविधान से ज्यादा इमरान खान के प्रति समर्पित हैं। शहबाज ने ये भी कहा कि राष्ट्रपति अल्वी ने अपने दफ्तर का भी अपमान किया है। वो पीटीआई के चीफ इमरान खान के आदेश मानते हैं। अल्वी इससे पहले भी कई बार शहबाज शरीफ सरकार के बिल लौटाते रहे हैं।

arif alvi 1

राष्ट्रपति ने सुप्रीम कोर्ट के जजों के अधिकारों में कटौती के बिल को संविधान के अनुच्छेद 75 के तहत वापस किया है। उन्होंने लिखा है कि इस पर पुनर्विचार किया जाए। क्योंकि बिल पहली नजर में संसद की क्षमता से परे दिख रहा है। इसे उन्होंने रंगीन कानून भी बताया है। राष्ट्रपति अल्वी ने लिखा है कि संविधान के प्रावधानों के तहत बिल की वैधता की जांच की। जिसके बाद बिल को वापस भेजने का फैसला कर रहे हैं। अब शहबाज शरीफ सरकार को दोबारा बिल पास कराना होगा। सरकार दोनों सदनों की संयुक्त बैठक बुलाकर भी बिल पास करा सकती है। जिसके बाद राष्ट्रपति को इस पर दस्तखत करने होंगे।